MP (संवाद)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हुए विधायक रामनिवास रावत को मंत्री पद का शपथ ग्रहण करने के 13 दिन बाद विभाग का आवंटन किया गया है। जिसमें उन्हें मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा वन एवं पर्यावरण मंत्री का विभाग सोपा गया है। इसके पहले यह विभाग नागर सिंह चौहान के पास रहा है। अब उनसे हटाकर रामनिवास रावत को यह विभाग का जुम्मा सौंपपा गया है। मंत्री नागर सिंह चौहान के पास अब सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण विभाग शेष रह गया है।
MP: रामनिवास रावत होंगे मध्यप्रदेश के वन मंत्री,शपथ लेने के बाद 13 दिन बाद मिला विभाग
दरअसल मध्य प्रदेश में बनी डॉक्टर मोहन यादव की सरकार के बाद कांग्रेस पार्टी से विधायक रामनिवास रावत ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे इसके बाद से ही यह कयास लगाई जा रहे थे कि विधायक रामनिवास यादव कुछ शर्तों के तहत भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। इसके बाद उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के उपरांत मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। लेकिन मंत्री पद की शपथ के बाद 13 दिनों तक उन्हें कोई भी विभाग आवंटित नहीं किया गया।
MP: रामनिवास रावत होंगे मध्यप्रदेश के वन मंत्री,शपथ लेने के बाद 13 दिन बाद मिला विभाग
108 मेगापिक्सेल के धाकड़ कैमरा क्वालिटी के साथ launch हुआ Oneplus Note 2 Pro का 5G smartphone
इसके बाद मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार और उसके मुखिया डॉक्टर मोहन यादव के द्वारा 13 दिन बाद मंत्री रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण विभाग का प्रभार सौंपा गया है। इसके पहले यह विभाग मंत्री नागर सिंह चौहान के पास रहा है। लेकिन मध्य प्रदेश के राज्यपाल के आदेश अनुसार जारी राजपत्र में अब वन एवं पर्यावरण का विभाग मंत्री रामनिवास रावत को सौंप दिया गया है। इसके बाद अब मंत्री नागर सिंह चौहान के पास सिर्फ अनुसूचित जाति विभाग ही शेष रह गया है।
MP: रामनिवास रावत होंगे मध्यप्रदेश के वन मंत्री,शपथ लेने के बाद 13 दिन बाद मिला विभाग
बता दें कि रामनिवास रावत कांग्रेस पार्टी के काफी पुराने और दिग्गज नेता माने जाते रहे हैं। वह 6 बार के विधायक और एक बार कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। श्री रावत पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा 2023 के चुनाव में विजय श्री हासिल करने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले वह कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे, जिसके चलते उन्हें मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने मंत्री पद से उपकृत किया है।