MP: मुन्ना भैया को कमान मिलने से सीएम शिवराज की खिली बांछें

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एमपी (संवाद)। मध्यप्रदेश में सत्ता और संगठन में बड़े बदलाव की अटकलों के बाद अब मध्य प्रदेश भाजपा चुनाव अभियान की कमान मुन्ना भैया के हाथों में जाने के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बांछें खिल गई है। सीएम की बातें फिर भी क्यों ना क्योंकि मुन्ना भैया ने सारथी के रूप में सीएम शिवराज सिंह चौहान का साथ देते हुए मध्यप्रदेश में दो बार सत्ता दिलाई है। अब एक बार फिर केंद्रीय मंत्री मुन्ना भैया उर्फ़ नरेंद्र सिंह तोमर को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य्प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी बनाया है।

मुन्ना भैया उर्फ नरेंद्र सिंह तोमर के लिए एक बात बहुत प्रचलित है वह यह कि उन्हें पार्टी ने जिस मोर्चे पर तैनात किया उस मोर्चे को फतह करके ही लौटे ,लेकिन मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री पद उनके हिस्से में कभी नहीं आया। मुन्ना मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के जोड़ीदार और संकट मोचक बने रहे। मुन्ना पहली बार पहली बार प्रदेश के मुरैना संसदीय क्षेत्र से वर्ष 2009 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। तोमर इस बार ग्वालियर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए हैं। मुन्ना नॉटआउट राजनीतिक खिलाड़ी है। इस समय वे ग्वालियर के सांसद हैं। 2016 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम का हिस्सा है।  देश के इतिहास के सबसे लम्बे किसान आंदोलन के बावजूद मुन्ना को मंत्रिमंडल से बेदखल नहीं किया गया।

65 साल के मुन्ना भैया उर्फ नरेंद्र सिंह तोमर छात्र राजनीति से होते हुए पहली बार भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष बने। 1983 में पार्षद बने और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मुन्ना 1996 में युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। तोमर पहली बार 1998 में ग्वालियर से विधायक निर्वाचित हुए और इसी क्षेत्र से वर्ष 2003 में दूसरी बार चुनाव जीता। इस दौरान वे सुश्री उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रहे। साल दर साल भाजपा में मुन्न्ना यानि नरेंद्र सिंह तोमर की उपयोगिता बढ़ती गयी। तोमर वर्ष 2008 में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए और उसके बाद वे 15 जनवरी 2009 में राज्यसभा सदस्य चुने गए। बाद में वे पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री पद पर रहे। तोमर एक बार फिर 16 दिसम्बर 2012 को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए।

बहरहाल मुन्ना भैया को भाजपा की प्रदेश चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाये जाने की है। मुन्ना के आने से एक तो शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ पार्टी में बढ़ रहे असंतोष को रोका जा सकेगा। क्योंकि मुन्ना पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के मुकाबले कार्यकार्ताओं से बेहतर सम्पर्क बनाने वाले नेता है।  उनका कायकर्ताओं से सीधा संवाद भी है। मुन्ना नाराज भाजपा नेताओं को मनाने में भी कामयाब रहेंगे।

साभार:राकेश अचल

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