उमरिया/बाँधवगढ़ विश्व प्रसिद्ध बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व के कोर जोन अंतर्गत किला पर स्थित कबीर चबूतरा मंदिर दर्शन करने हजारों की तादात में कबीरपंथी श्रद्धालु सुबह 8 बजे से 11 बजे तक पार्क के अंदर प्रवेश किये है।बांधवगढ कोर जोन होने की वजह से शनिवार की सुबह 8 बजे से दोपहर 01 बजे तक यानी 05 घण्टे श्रद्धालुओं को विभिन्न दार्शनिक स्थल दर्शन करने अनुमति मिली है।इस दौरान श्रद्धालु नेशनल पार्क बांधवगढ़ के अंदर कबीर तलैया,गुफा चबूतरा आदि पवित्र धार्मिक स्थलों का दर्शन करे है।
बाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दल
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बाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दलबाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दलबाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दलबाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दल
एक दिवसीय इस धार्मिक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान प्रदेशों से श्रद्धालु पहुँचे है।अगहन मास के पूर्णिमा के दिन हरवर्ष संत कबीर के श्रद्धालुओं का बांधवगढ में समागम होता है। इस बार भी करीब पांच हजार कबीर पंथी श्रद्धालु साहब बन्दगी में शामिल हुए है।कबीरपंथियों की मान्यता है कि इसी स्थल पर कभी कबीर दास आये थे,और अपने ज्ञान का प्रकाश दिव्यमान किया था।
बाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दल
कबीर मंदिर मार्ग पर कबीरपंथियों के सुरक्षा के माकूल इंतज़ाम किये गए है। वन्य प्राणियों के खतरे को देखते पार्क प्रबन्धन सम्बन्धित मार्ग पर जिम्मेदार अधिकारी और 2 सौ कर्मियों की तैनाती की थी।इस दौरान महावत के साथ हाथियों का दल भी बराबर श्रद्धालुओं की सुरक्षा करते दिखे।
बाँधवगढ़ में साहेब बंदगी में एकत्रित हुआ जन सैलाब,कबीरपंथियों की सुरक्षा में 200 वन कर्मी सहित लगा हाथियों का दल
श्रद्धालुओ को पेय जल एवम एंबुलेंस की व्यवस्था भी मार्गों पर की गई थी,हालांकि पूरे कार्यक्रम में किसी अनहोनी की खबर नही है।दोपहर 01 बजे से दर्शनार्थी कबीरपंथियों की वापसी शुरू हो गई है,शाम 05 बजे तक मेला की अनुमति है,इसके बाद बच्चों एवम महिलाओं के पसंदीदा स्थल मेले की समाप्ति हो जायेगी।