उमरिया (बिरसिंहपुर पाली)। जिले के बिरसिंहपुर पाली मंगठार में स्थित पावर हाउस संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र में कार्यरत ठेका कंपनी की एक बार फिर सुरक्षा में लापरवाही और बद इंतजामी देखने को मिली है। जिसके चलते एक श्रमिक को करंट लगने से वह झुलस गया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक कर्मचारी का नाम राजकुमार सिंह गोंड पिता शिवकरण गोंड उम्र 38 वर्ष निवासी छिंदहा टोला मुदरिया (पाली) बताया गया है।
Umaria: सुरक्षा में लापरवाही और बद इंतजामी के चलते गई श्रमिक की जान,संजय गांधी ताप विद्युत का मामला
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक श्रमिक राजकुमार सिंह गोंड संजय गांधी ताप विद्युत गृह में क्रॉस इंजीनियरिंग ठेका कंपनी में कार्यरत रहा है जो शनिवार को विद्युत खंभे में चढ़कर काम कर रहा था। इस दौरान उसे जोरदार करंट लगा और वह झूलसते हुई खंभे से नीचे गिर गया। जिसे गंभीर हालत में पहले स्थानीय अस्पताल में और फिर मेडिकल कॉलेज शहडोल के लिए रेफर कर दिया गया जहां उसकी इलाज के दौरान दुखद मौत हो गई।
Umaria: सुरक्षा में लापरवाही और बद इंतजामी के चलते गई श्रमिक की जान,संजय गांधी ताप विद्युत का मामला
सूत्रों से मेरी जानकारी के मुताबिक संजय गांधी ताप विद्युत गृह में चाहे वह प्रबंधन हो या फिर ठेका कंपनी इनके द्वारा श्रमिकों से कार्य कराने के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते, बल्कि श्रमिकों की जान जोखिम में डालते हुए लगातार लापरवाही और सुरक्षा की बद इंतजामी देखी जाती रही है। इसके पहले भी ऐसे कई हादसे हुए हैं जिसमें प्रबंधन और ठेका कंपनी की लापरवाही उजागर हुई है। बताया गया कि श्रमिक जो हेलमेट पहना हुआ था वह बहुत कमजोर था जिससे श्रमिक के खंभे से गिरने के दौरान हेलमेट टूट गया जिससे श्रमिक के सिर में भी गंभीर चोटें आई हैं।
Umaria: सुरक्षा में लापरवाही और बद इंतजामी के चलते गई श्रमिक की जान,संजय गांधी ताप विद्युत का मामला
बताया गया कि संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र का स्वयं का अस्पताल भी है, जहां पर डॉक्टर और स्टाफ के साथ एंबुलेंस की भी व्यवस्था रहती है। सूत्र बताते है अस्पताल के डॉक्टर के द्वारा एंबुलेंस का निजी प्रयोग किया जाता है। जब श्रमिक राजकुमार सिंह के साथ हादसा हुआ तब भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी। जिस कारण गंभीर रूप से घायल श्रमिक राजकुमार को एक निजी वाहन में मेडिकल कॉलेज शहडोल ले जाया गया।
Umaria: सुरक्षा में लापरवाही और बद इंतजामी के चलते गई श्रमिक की जान,संजय गांधी ताप विद्युत का मामला
बहरहाल संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र का प्रबंधन हो या फिर वहां पर कार्यरत ठेका कंपनी सभी कहीं ना कहीं श्रमिकों की जान को जोखिम में डालकर अपनी मनमानी और लापरवाही बरत रहे हैं। सूत्र यह भी बताते है कि प्लांट प्रबंधन के द्वारा पावर प्लांट के रखरखाव और मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए खर्च तो कर रहे हैं, लेकिन आए दिन प्लांट में गड़बड़ी सामने आते रहती है जिससे साफ जाहिर है कि मेंटेनेंस और रखरखाव के नाम पर खुलेआम भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी की जा रही है।