Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

Editor in cheif
4 Min Read
उमरिया (संवाद)। मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाकों या छोटे शहरों-कस्बों में झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा क्लीनिक खोलकर हर मर्ज का इलाज करते तो सुना और देखा गया है। लेकिन सरकारी जिला चिकित्सालय में एक फर्जी डॉक्टर के द्वारा अस्पताल की ओपीडी में बैठकर मरीजों का इलाज करते और पर्ची लिखते देखा जा रहा है। लेकिन ताज्जुब तो तब और हुआ जब अस्पताल के अन्य सरकारी डॉक्टर भी इस फर्जी डॉक्टर के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। हालांकि यह कोई अभी की बात नहीं है बल्कि यह खेल सालों से चल रहा है।

Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

जिला चिकित्सालय में एक फर्जी डॉक्टर के ओपीडी में बैठने और मरीज के लिए पर्ची लिखने को लेकर चिकित्सालय के स्वास्थ्य अमले में इसकी चर्चा सालों से रही है। लेकिन कभी किसी ने विरोध नहीं किया, जबकि जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीज अब तो इस शख्स को असली डॉक्टर समझने लगे थे। इसी का फायदा उठाकर इस शख्स ने अपने आप को जिला चिकित्सालय में एक डॉक्टर के रूप में स्थापित कर चुका था।

Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

लेकिन कुछ नागरिकों को शंका होने पर पहले तो उन्होंने उसके ओपीडी में बैठने और पर्ची लिखने का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में वायरल किया है। इसके बाद मीडिया में भी इससे जुड़े खबरें आने के बाद अब जो जानकारी मिल रही है वह यह कि जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉक्टर रुहेला ने ओपीडी में बैठे फर्जी डॉक्टर समीर खान नामक शख्स को जिला चिकित्सालय से बाहर कर दिया है। लेकिन क्या इतने से सब कुछ शांत हो जाएगा, जबकि ऐसा नहीं है कि इसके बारे में पहले से ही जिला चिकित्सालय के तमाम डॉक्टर और स्टाफ को इसकी जानकारी ना रही हो। जबकि यह फर्जी शख्स सालों से ओपीडी में बैठे देखा जाता रहा है।

Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

इतना ही नहीं यह भी जानकारी मिली है कि उमरिया से शहडोल मार्ग के चपहा कॉलोनी के आगे एक प्राइवेट अस्पताल में समीर खान बतौर डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि प्राइवेट अस्पताल के मैनेजमेंट के द्वारा इस शख्स को बतौर डॉक्टर कैसे रखा है इनकी डॉक्टरी की डिग्री देखी गई है या नहीं यह तो नहीं पता.? वहीं अगर समीर खान के पास डॉक्टर की डिग्री है तो वह अपना पक्ष रख सकते है और अपने ऊपर लग रहे फर्जी होने के आरोप को समाप्त कर सकते हैं। अगर उनके पास डिग्री नहीं है तो वह मरीज की जान खिलवाड़ आखिर क्यों कर रहे हैं.?

Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

बहरहाल मामला सामने आने के बाद जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने फर्जी डॉक्टर समीर खान को अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखाया है। वही बड़ा सवाल अब यह की सालों से फर्जी तौर पर ओपीडी में बैठने और मरीजों के इलाज की पर्ची लिखकर उनकी जान से खिलवाड़ करने वाले इस फर्जी शख्स के खिलाफ अस्पताल प्रबंधन या जिला प्रशासन आखिर क्या कार्यवाही करता है.?

Umaria: ओह माय गॉड:जिला चिकित्सालय में सालों से ओपीडी में बैठकर मरीजो का इलाज कर रहा था फर्जी डॉक्टर

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *