उमरिया (संवाद)। आदिवासी जिला उमरिया के ग्रामीण इलाकों में खेती-बड़ी करने वाले लोगों के द्वारा खासकर जंगल से सटे गांव में जंगली जानवरों से अपनी खेती बचाने के लिए लगाई गई बाड़ में विद्युत प्रभावित तार के माध्यम से करंट फैला दिया जाता है। लेकिन कभी कभार जंगली जानवरों के अलावा खुद इंसान ही इस करंट की चपेट में आ जाता है और उसकी दर्दनाक मौत हो जाती है। इस बार भी जिला मुख्यालय के नजदीक ग्राम घघड़ार में शिवनारायण गुप्ता के खेत में लगे करंट में उसका ही सगा भतीजा फंस गया जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
Umaria News: बड़े पिता के खेत मे लगा था करंट, भतीजा ही हो गया करेंट का शिकार
यह पूरा घटनाक्रम जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम घघड़ार का बताया जा रहा है। जहां गांव के निवासी शिवनारायण गुप्ता अपना खेत खेती-बाड़ी करने के लिए वीरेंद्र यादव को अधिया में दिया था। खेत को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेत के चारों ओर बनी बाड़ में विद्युत प्रवाहित तारों के माध्यम से करंट फैलाया गया था। जिसकी चपेट में सुबह-सुबह निस्तार के लिए निकले शिवनारायण गुप्ता का भतीजा उमेश पिता रामनारायण गुप्ता उम्र 42 वर्ष करंट की चपेट में आ गया। और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
Umaria News: बड़े पिता के खेत मे लगा था करंट, भतीजा ही हो गया करेंट का शिकार
घटना के बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई है अब पुलिस के द्वारा पूरे मामले और खेत में लगे करंट के बारे में भी जांच पड़ताल में जुटी है। लेकिन करंट की चपेट में हुई दुर्घटना से पीड़ित परिवार सहित पूरे गांव में मातम पसर गया है। पुलिस ने युवक के शव को पीएम की कार्यवाही के लिए अस्पताल भेजा है।
Umaria News: बड़े पिता के खेत मे लगा था करंट, भतीजा ही हो गया करेंट का शिकार
बताया गया कि जंगल से सटे गांव में खेती-बड़ी करने वाले लोग अपनी खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए विद्युत प्रवाहित तारों के माध्यम से खेत के चारों ओर भारी भरकम करंट फैलाते हैं। लेकिन कभी कभार इस करंट की चपेट में इंसान भी आ जाते हैं। जबकि खेत में करंट फैलाना कानून अपराध है इस करंट में कई बार जंगली जानवर भी फंसकर उनकी मौत हो जाती है। लेकिन लोगों के द्वारा या गांव में कुछ शिकारी किस्म के लोग जंगली जानवरों को फसाने या उनका शिकार करने के लिए भी ऐसी गतिविधियां करते रहते हैं।