उमरिया (संवाद)। जिला मुख्यालय के लालपुर में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास में खाना खाने के बाद अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ने और आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के मामले ने जमकर तूल पकड़ा है।इसका मुख्य कारण छात्रावास में पदस्थ वार्डन की लापरवाही माना जा रहा है। वार्डन के द्वारा हुई चूक पर लगातार मामले में पर्दा डालने का प्रयास भी किया जा रहा है। हालांकि बच्चों को पेट में दर्द और घबराहट जैसी शिकायत रही है, जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में किया गया जो अब पूरी तरीके से स्वस्थ हैं।
Umaria: खाने में गिरी छिपकली फिर भी बच्चो को परोसा गया दूषित भोजन,वार्डन की लापरवाही से 24 बच्चे बीमार
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को छात्रावास के बच्चों को जो भोजन परोसा गया उसमें छिपकली के गिरने की बात सामने आई थी। जबकि इस बात की जानकारी बच्चों के द्वारा छात्रावास के वार्डन को दी गई थी, लेकिन वार्डन के द्वारा लापरवाही पूर्वक छिपकली से दूषित हुए भोजन को फेंकने की वजय छात्रावास के बच्चों के बीच परोस दिया गया। इसके बाद जैसे ही बच्चों ने दूषित भोजन को खाया उसके बाद उन्हें पेट दर्द और घबराहट जैसी समस्या होने लगी। उसके बाद लगभग 24 बीमार बच्चों को नजदीकी जिला चिकित्सालय लाया गया जहां उनका इलाज करने के बाद अब वह स्वस्थ हो गए हैं।
Umaria: खाने में गिरी छिपकली फिर भी बच्चो को परोसा गया दूषित भोजन,वार्डन की लापरवाही से 24 बच्चे बीमार
लेकिन जैसे ही यह खबर छात्रावास के बाहर निकली स्थानीय मीडिया कर्मी भी सक्रिय हो गए और अस्पताल पहुंच गए। तमाम मीडिया कर्मियों ने जब इस बात की जानकारी चाही तब छात्रावास की वार्डन के बयान पर साफ तौर पर विरोधाभास और मामले से गुमराह करने जैसी बात सामने आई। सबसे पहले वार्डन ने कह दिया कि बच्चों ने खाना ही नहीं खाया, इसके बाद अपने दूसरे बयान में कहा कि बच्चों ने दाल, चावल और कद्दू की सब्जी खाई है। इतना ही नहीं मामले को दबाने के लिए वार्डन ने बचे हुए खाने को छात्रावास से बाहर दूर झाड़ियां में फेंकवा दिया।
Umaria: खाने में गिरी छिपकली फिर भी बच्चो को परोसा गया दूषित भोजन,वार्डन की लापरवाही से 24 बच्चे बीमार
हालांकि मामले में जिला प्रशासन की टीम भी सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंचकर अस्पताल में भर्ती बच्चों का हाल-चाल जाना है। इस दौरान खाद्य विभाग की टीम ने का सैंपल एकत्र किया है, जिसकी जांच उपरांत बच्चो के बीमार होने की असली वजह स्पष्ट हो सकेगी। छात्रावास में बच्चों के पेयजल की भी समस्या सामने आई है वार्डन ने बताया कि बीते 8 से 10 महीने से छात्रावास का बोरवेल खराब हो गया है। इसके लिए वह कई बार अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुकी है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि छात्रावास के वार्डन का बच्चो के प्रति गैर जिम्मेदाराना पूर्ण रवैया के लिए आखिर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.?