PWD अधिकारियों की भारी कमीशनखोरी से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकी

उमरिया (संवाद)। उमरिया जिले में अफसर शाही इस कदर हावी है कि जिले में चल रहे निर्माण कार्य और विकास कार्यों में अफसरों के द्वारा जमकर कमीशन खोरी की जा रही है जिससे होने वाले निर्माण कार्य को ठेकेदार बेहद घटिया तरीके से करा रहे हैं। लेकिन पीडब्लूडी के अधिकारी की हद तो तब हो गई जब घटिया निर्माण के खिलाफ आवाज उठा रहे स्थानीय लोगों को पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दे दी गई।
Contents
PWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकीPWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकीPWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकीPWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकीPWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकीPWD अधिकारियों की भारी कमीशन से ठेकेदार कर रहा घटिया सड़क निर्माण,लोगों ने जताया विरोध तो FIR दर्ज कराने दी धमकी
दरअसल बीते लगभग एक वर्ष से जिले में सरकारी अफसरों की मनमानी और उनकी घटिया हरकतों से लगातार उमरिया जिला प्रदेश भर में सुर्खियों में है। फिर चाहे वह एक प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा दिनदहाड़े सड़क पर खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए युवकों को पीटने का मामला हो,या जिला स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा नशे में धुत होकर तेज रफ्तार वाहन चलाने का मामला हो, या फिर पीडब्लूडी के कार्यपालन यंत्री के द्वारा मानपुर के शिकायतकर्ता को मां-बहन की गंदी गालियाँ देना हो, या फिर जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन के द्वारा अस्पताल के एक कर्मचारी के साथ गलत हरकत का मामला हो। इन सभी मामलों में सभी संबंधितों के खिलाफ वीडियो भी वायरल हुए हैं जो उनकी करतूतों की पुष्टि करते हैं।
बताया गया कि बहरा धाम के पास नदीपार मोहल्ले की पानी टंकी के पास से लालपुर होकर जमुनिया तक पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ठेकेदार के द्वारा सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है बताया गया कि स्थानीय लोग इस निर्माण कार्य को लेकर विरोध जताया है उनका कहना है कि ठेकेदार के द्वारा घटिया रूप से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, और इसी का विरोध स्थानीय लोग कर रहे थे। इस दौरान जमुनिया वार्ड निवासी पार्षद के पति के द्वारा इस मामले में विभाग के अधिकारियों से बात करनी चाहिए और कहा कि सड़क का निर्माण गुणवत्ता विहीन किया जा रहा है।
लेकिन पार्षद पति के द्वारा पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसर को इतना कहते ही अफसर भड़क गया और शिकायतकर्ताओं को ही खरी खोटी सुनाते हुए पुलिस में एफआईआर दर्ज करने की धमकी दे डाली। जबकि पार्षद पति ने ठेकेदार के द्वारा सड़क निर्माण में की जा रही है मनमानी की शिकायत विभाग के अफ़सर से बतानी चाही लेकिन अफसर उसके ऊपर ही भड़क गए। हालांकि यह कोई नई बात नहीं है, इसके पहले भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसर शिकायतकर्ता के साथ ऐसे ही घटिया हरकत करने में माहिर है।
बता दें कि पीडब्ल्यूडी विभाग के यह वही कार्यपालन यंत्री जीएस गायकवाड है, जो बीते दिनों मानपुर बाईपास सड़क निर्माण के दौरान मानपुर के ही एक शिकायतकर्ता को मां बहन की गंदी-गंदी गालियां देते हुए उसे देख लेने की धमकी दी गई थी। इतना ही नहीं कार्यपरण यांत्रिक के द्वारा यह भी कहा गया कि वह कलेक्टर के बराबर का अधिकारी है यानी वह अपने आप को कलेक्टर से कम नहीं समझते। इस संबंध का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, इसी ऑडियो के आधार पर विभाग की वरिष्ठ अधिकारियों ने इन्हें सस्पेंड भी कर दिया था। बाद में कुछ सेटिंग बाज लोगों के द्वारा बगैर ऑडियो एक्सपर्ट के उनके पक्ष में जांच रिपोर्ट तैयार कर दी गई थी।
बहरहाल जिले का हाल यहां के सरकारी अफसर खराब कर चुके हैं, लेकिन ना तो जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को इससे कुछ लेना देना है और ना ही यहां के जन प्रतिनिधियों को। देखना होगा प्रशासन मैं बैठे जिलाधिकारी और सरकार के नुमाइंदे ऐसे गैर जिम्मेदार और घटिया हरकत करने वाले अधिकारियों पर लगाम लगाते हैं या सब कुछ ऐसे चलता रहेगा.?
Leave a comment