महिला सुरक्षा के लिए तैयार

Tevh
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महिला सुरक्षा के लिए तैयार :- वाहनों में पैनिक बटन फर्जी, लोकेशन ट्रैस करने की डिवाइस ही नहीं ,यात्री वाहनों में अनिवार्य किया गया है पैनिक बटन लगाना महिला सुरक्षा के नाम पर यात्री वाहनों में फर्जी पैनिक बटन लगाया जा रहा हैं। 150 रुपए में ये बटन लगा दिए जाते हैं। इनके साथ व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग (वीएलटी) डिवाइस नहीं होती है। बटन में सिर्फ लाइट जला दी जाती है। आपात स्थिति में कोई महिला अगर बटन दबाती है तो आरटीओ ऑफिस में स्थित स्टेट मॉनिटरिंग सेंटर पर कोई अलर्ट ही नहीं पहुंचता है। शासन के आदेश पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेशभर में पैनिक बटन लगाने का काम शुरू हो गया है।

महिला सुरक्षा के लिए तैयार :-इसका मकसद है कि यात्री वाहनों में महिला से छेड़छाड़ और अन्य घटना होने पर आरटीओ को तुरंत सूचना मिले। साथ ही कौन सी बस कहां है, इसका भी पता चल सके। इसके लिए पैनिक बटन के साथ व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग (वीएलटी) डिवाइस लगाई जाती है। नियमानुसार बिना डिवाइस के वाहन का फिटनेस होना संभव नहीं है। लेकिन, आरटीओ के कई एजेंट लालच में ये फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सितंबर 2022 से अब तक प्रदेश के करीब 7000 यात्री वाहनों में ये पैनिक बटन लगाया जा चुका है। एजेंट वीएलटी डिवाइस के फर्जी कागज बनवाकर करा रहे फिटनेस वीएलटी डिवाइस की कीमत 12,700 रुपए है। फिटनेस फीस और डिवाइस मिलाकर लगभग 14 हजार रुपए का खर्च आता है। आरटीओ में बैठे एजेंट से रिपोर्टर ने बात की तो उसने कहा कि वो वाहन में सिर्फ पैनिक बटन लगावाएगा। 5 हजार का खर्च डिवाइस कागज बनवाने में लगेगा। इसके बाद कागज और फर्जी पैनिक बटन दिखाकर फिटनेस करा दी जाएगी। कुल 9 हजार रुपए खर्च आएगा।

महिला सुरक्षा के लिए तैयार :-एजेंट ने कहा- 8-10 हजार में करा देंगे अवधपुरी के आर्यन रघुवंशी अपनी टैक्सी में वीएलटी डिवाइस लगवाने और फिटनेस की जानकारी लेने आरटीओ ऑफिस पहुंचे। यहां उनको डिवाइस और फिटनेस फीस का खर्च 14 हजार रुपए बताया गया। इसके बाद उन्होंने वहीं एक एजेंट से इस संबंध में बात की उसने बिना डिवाइस के सिर्फ पैनिक बटन लगवाकर फिटनेस करवाने का कुल खर्च 8-10 हजार होना बताया। उन्होंने इस फर्जीवाड़े की जानकारी दैनिक भास्कर को दी, जिसके बाद भास्कर ने मामले की पड़ताल की। ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी आपको जिन गाड़ियों की जानकारी है उनके नंबर बता दीजिए। साथ ही इसको लेकर भोपाल कॉम्प ऑफिस में भी गाड़ियों के नंबर दर्ज करवा दीजिए। यदि ऐसा हो रहा है तो जरूर कार्रवाई की जाएगी। उमेश जोगा, एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर फिटनेस सेंटर पर किसी भी गाड़ी की बिना वीएलटी डिवाइस के फिटनेस नहीं होनी चाहिए। यदि ऐसा हो रहा है, तो गलत है। मैं मामले में जांच करवाता हूं।

 

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