बड़वानी (संवाद)। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में लोकायुक्त ने रिश्वतखोरों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। जिसमें एक बैंक मैनेजर के द्वारा अपनी पत्नी के माध्यम से रिश्वत लिए जाने का मामला सामने आया है। लोकायुक्त की टीम ने बैंक मैनेजर और उसकी पत्नी को एक कैंटीन संचालक महिला से 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। मध्य प्रदेश में शायद यह पहला मामला होगा जब रिश्वत के मामले में लोकायुक्त ने पति और पत्नी दोनों को गिरफ्तार किया है।
MP: मप्र का पहला मामला, रिश्वत लेते एक साथ पति और पत्नी को लोकायुक्त ने किया गिरफ्तार
बताया गया कि बड़वानी जिले के अंजड़ में वैष्णवी स्व सहायता समूह की संचालक पिंकी पवार की शिकायत पर लोकायुक्त ने रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने की कार्यवाही की है । इसमें बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक और लीड बैंक के निदेशक सौजन्य जोशी और उनकी पत्नी जागृति जोशी को 10 हजार रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। बैंक मैनेजर सौजन्य जोशी स्टार स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बड़वानी के निदेशक भी हैं जिनका बैंक आफ इंडिया के प्रबंधक के तौर पर मूल पद है।
वैष्णवी स्व सहायता समूह की संचालक पिंकी पवार स्टार स्वराज स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बड़वानी में प्रशिक्षणरत महिला और पुरुषों के भोजन हेतु कैंटीन का संचालन करती है। इसमें प्रशिक्षणरत प्रशिक्षणार्थियों को सुबह का नाश्ता, दोपहर और शाम का भोजन प्रदान किया जाता है। जिसके लिए माह जुलाई और अगस्त 2024 में दिए गए नाश्ता और भजन का बिल भुगतान के लिए स्टार स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में प्रस्तुत किया गया था। इसी बल के भुगतान के एवज में बैंक मैनेजर के द्वारा कमीशन के तौर पर रिश्वत मांगी गई थी।
बताया गया कि बिल के भुगतान के लिए बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनेजर और उसकी पत्नी के द्वारा 40 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। जिसके लिए प्रथम किस्त के रूप में कैंटीन संचालक पिंकी पवार के द्वारा बैंक मैनेजर को 10 हजार दिए गए थे। इसके पहले पिंकी पवार ने इस पूरे मामले के शिकायत लोकायुक्त टीम इंदौर से कर दी थी इसके बाद लोकायुक्त ने रंगे हाथ बैंक आफ इंडिया के मैनेजर सौजन्य जोशी और उसकी पत्नी जागृति जोशी को रिश्वत की राशि ₹10000 सहित रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।