एमपी (संवाद)। एमपी विधानसभा बजट सत्र के सातवें दिन की कार्यवाही शुरू होते ही सिरोंज विधानसभा के बीजेपी विधायक के द्वारा सदन में अपनी ही सरकार को घेरा है।उन्होंने कहा कि सरकार में उनकी कोई नही सुनता जिससे वह निरीह और प्रताड़ित है।अधिकारियों की तानाशाही इस कदर हावी है की उनकी कोई नही सुनता।
दरअसल सिरोंज के बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने आज मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन के अंदर अपनी ही सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बहुत पीड़ित हूं निरीह हूं और प्रताड़ित हूं अधिकारियों की तानाशाही मत चलने दीजिए। उमाकांत शर्मा ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। दरअसल, शर्मा ने सिरोंज में सीएम राइज स्कूल के लिए तय की गई जमीन का मामला उठाया। उन्होंने अपने क्षेत्र में संस्कृत विद्यालय का भवन बनाने को लेकर भी सवाल पूछा।
बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने शिक्षा मंत्री से पूछा- सीएम राइज स्कूल ऐसी जगह बनाया जा रहा है, जहां बारिश में पानी भर जाता है रास्ता भी संकरा है, जबकि पास ही में ज्यादा बेहतर जगह है वहां स्कूल बनाया जाए। यहां डीपीआर क्यों बनाई गई और मैदान को छोटा क्यों किया गया? इसकी जांच हो। इस परस्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा- मैदान 5 किलोमीटर ऊपर पहाड़ी पर है। थोड़ा नीचे पानी भरने की संभावना है। मंत्री का जवाब सुनकर उमाकांत शर्मा ने कहा- बिल्कुल गलत बात है, आप झूठ बोल रहे हैं। मैं उनको चैलेंज कर रहा हूं। मंत्री ने कहा- विधायक जी की जो शंका है, उसका समाधान कर स्थान परिवर्तन भी कर सकते हैं। बीजेपी विधायक ने शिक्षा मंत्री के जबाब पर कहा आप झूठ बोल रहे है, सीएम साहब के अच्छे काम की उपेक्षा की जा रही है। 2013 में संस्कृत विद्यालय स्वीकृत कराया 2023 आ गया, लेकिन विद्यालय नहीं बना। उमाकांत बोले मैं गिड़गिड़ा रहा हूं, हाथ जोड़कर प्रणाम कर रहा हूं, मेरी सुन ली जाए। अधिकारियों की तानाशाही मत चलने दीजिए।
विधायक उमाकांत की नाराजगी के बाद सदन के अंदर वरिष्ठ मंत्री नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव ने मोर्चा संभाला। सदन के अंदर अचरज में पड़े वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव बोले- उमाकांत परशुराम स्वरूप में है। सदन के अंदर उमाकांत ने सरकार की जमकर फजीहत करायी है। उमाकांत को विपक्ष का साथ मिला। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- सदन के अंदर सत्तापक्ष का विधायक बोल रहा है, में गिड़गिड़ा रहा हूं।