एमपी (संवाद)। बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस की क्राइम ब्रांच जल्द ही पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लेगी। जो भी लोग पैसे लेकर ऑनलाइन पेपर उपलब्ध करा रहे वह बच ko नही पाएंगे। इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है।मंत्री परमार ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के बाद पेपर लीक हुए हैं और इस मामले में दोषी शिक्षक और कर्मचारी पर निलंबन के साथ-साथ एफआईआर भी दर्ज की गई है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।
पेपर लीक मामले में यह एक बड़ी बात निकलकर सामने आई है कि पेपर वितरित करने वाले पर्यवेक्षक के द्वारा पहले एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया जिस ग्रुप में वह छात्र जुड़े थे जिनसे सेटिंग थी। एग्जाम शुरु होने के आधे घंटे पूर्व व्हाट्सएप पर पेपर डाल देते थे। पेपर शुरू और ग्रुप में डालने का अंतर करीब आधे घंटे का का समय होता था।इसी दौरान समस्त विद्यार्थी जो उस वाट्सअप ग्रुप से जुड़े होते थे वह सभी अच्छी तरह प्रश्नों के उत्तर पढ़ लेते थे।
आज सुबह केमिस्ट्री और बिजनेस एनालिसिस के पेपर के दौरान यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है जिसमे शिक्षा विभाग की विजिलेंस टीम को यह जानकारी हाथ लगी है।जिसके बाद पुलिस ने आरोपी परीक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है और पूंछतांछ की जा रही है।