एमपी (संवाद)। एमपी में पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा पूरी भर्ती प्रक्रिया में रोक लगा दी गई है और पूरे मामले के जांच के निर्देश दिए गए हैं। मामले में पहले ग्वालियर के एक कालेज सेंटर में सारे टॉपर्स आने के बाद अब दिव्यांग कोटे की गड़बड़ी सामने आई है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि इस पूरी भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आई है। जिसके चलते इस भर्ती परीक्षा को पूरी तरह से रद्द किया जाना चाहिए।
दरअसल पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद से ही गड़बड़ियां खुलकर सामने आई थी पूरे प्रदेश में गड़बड़ी को लेकर बहुत हो हल्ला मचा जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरी भर्ती प्रक्रिया में रोक लगाते हुए जांच कराने निर्देश दिए थे जांच के बाद जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं वह बेहद चौंकाने और हैरान कर देने वाले हैं।
पटवारी भर्ती परीक्षा में शामिल हुए दिव्यांग वर्ग परीक्षार्थियों में से कुल 21 दिव्यांग परीक्षा में पास हुए हैं। लेकिन इसमें आश्चर्यचकित कर देने वाली बात यह कि इस दिव्यांग परीक्षार्थियों में से 16 दिव्यांग एक ही स्थान से हैं। इतना ही नहीं इन 16 दिव्यांग परीक्षार्थियों में से सभी एक ही (त्यागी) जाति के अभ्यर्थी हैं। जिसमें 12 अभ्यर्थी बहरेपन के कारण विकलांग है पटवारी भर्ती परीक्षा में चयनित 16 अभ्यर्थी मुरैना जिले की जौरा तहसील के रहने वाले हैं।