जबलपुर (संवाद)। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में ईवीएम मशीन का वोट डालते समय का वीडियो बनाना और फिर उसे सोशल मीडिया में वायरल करना नेताओं को मुसीबत में डाल दिया है। वायरल वीडियो का संज्ञान जिले के कलेक्टर ने लिया है जिसके बाद वीडियो बनाने वाले नेताओं के खिलाफ फिर दर्ज की गई है वहीं पोलिंग बूथ के दो पीठासीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
Jabalpur: वोट डालने के समय EVM का वीडियो बनाना नेताओं की बढ़ी मुसीबत, FIR दर्ज, दो पीठासीन सस्पेंड
दरअसल लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लागू होने के कारण और वोट डालने के समय की गोपनीयता भंग होने के चलते यह कार्यवाही की गई है। कुछ नेताओं के द्वारा रेल बनाने के चक्कर में उन्हें यह मुसीबत जल्दी पड़ी है वही पोलिंग बूथ के पीठासीन अधिकारी के द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही भारत ने के मामले में दो पीठासीन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।
Jabalpur: वोट डालने के समय EVM का वीडियो बनाना नेताओं की बढ़ी मुसीबत, FIR दर्ज, दो पीठासीन सस्पेंड
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को संपन्न कराया गया है इस दौरान जबलपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत मतदान क्रमांक 61 और 83 केंद्र पर कुछ लोगों के द्वारा एवं में वोट डालते समय का वीडियो बनाया गया और उसे सोशल मीडिया में वायरल किया गया जबकि चुनाव आयोग के सख्त निर्देश रहे हैं कि पोलिंग बूथ में मतदान कक्ष में मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहा है बावजूद इसके इन पोलिंग बूथ में अवकाश दुबे, हरिश श्रीवास्तव, जमा खान, ओवैस अंसारी और हिमांशु तिवारी के द्वारा वोट डालते समय का वीडियो बनाया गया।
Jabalpur: वोट डालने के समय EVM का वीडियो बनाना नेताओं की बढ़ी मुसीबत, FIR दर्ज, दो पीठासीन सस्पेंड
वायरल वीडियो का संज्ञान जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्वयं लिया है। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम और सहायक रिटर्निग ऑफिसर के द्वारा मामले की जांच की गई जिसमें सामने आया कि यह वीडियो बनाने वाला मतदान केंद्र क्रमांक 61 और 83 है। एसडीएम एवं सहायक रिटर्निग ऑफिसर की जांच प्रतिवेदन के बाद कलेक्टर के द्वारा वीडियो बनाने वाले सभी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात दो पीठासीन अधिकारी को उनके कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है।