जयपुर (संवाद)। देश में मणिपुर जैसी महिलाओं पर अत्याचार की घटना ने पूरे देश को शर्मसार किया है वही छत्तीसगढ़ में भी युवाओं का नग्न प्रदर्शन से पूरे देश का जनमानस आहत है। मणिपुर से लेकर सदन तक मणिपुर की घटना से हाहाकार मचा है वही तमाम हिस्सों में इसके विरोध भी हो रहे हैं इस दौरान राजस्थान सरकार के मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा विधानसभा के सदन में मणिपुर में हुई महिलाओं पर अत्याचार पर बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने ही राजस्थान सरकार को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। मंत्री ने कहा कि राजस्थान में भी सरकार महिला उत्पीड़न और अत्याचार को रोकने में असफल रही है। उनके इस बयान को विपक्षी पार्टी बीजेपी ने सरकार को जमकर घेरक है। इधर सीएम अशोक गहलोत खुद को और सरकार को घिरते देख मंत्री राजेंद्र सिंह को बर्खास्त कर दिया है।
राजस्थान की गहलोत सरकार के पंचायती राज और ग्रामीण विकास, सैनिक कल्याण होमगार्ड के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे राजेंद्र सिंह गुड़ा राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बर्खास्त कर दिया है। मंत्री राजेंद्र सिंह के द्वारा विधानसभा के सदन में कांग्रेसी विधायकों के साथ मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार और वीभत्स घटना का विरोध कर रहे थे। इस दौरान वह मणिपुर सरकार और पूरी बीजेपी पर निशाना साधते हुए मणिपुर की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद अचानक वह राजस्थान राज्य में महिला उत्पीड़न को लेकर भी वह सदन में बोलने लगे।
मंत्री राजेंद्र सिंह ने सदन में कहा कि राजस्थान राज्य में भी महिला उत्पीड़न और अत्याचार काफी बढ़ा है। यहां पर भी सरकार महिलाओं पर अत्याचार रोकने में असफल साबित हो रही है। सरकार के मंत्री का यह आरोप सुनकर विपक्षी दल बीजेपी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। बीजेपी ने आरोप लगाया कि लगातार हमारे द्वारा राजस्थान में महिलाओं के उत्पीड़न और अत्याचार मामले में कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था लचर होने की बात कही जा रही है। जिससे महिला अपराध में सरकार फेल साबित हो रही है।
बीजेपी ने कहा कि राजस्थान सरकार हमारे आरोप को दरकिनार करते रही है, लेकिन अब उनके सरकार के ही मंत्री राजेंद्र सिंह ने भरी विधानसभा के सदन में सरकार पर सवाल उठाए हैं और महिला उत्पीड़न अत्याचार पर राजस्थान सरकार असफल साबित होने की बात कही है।