Bandhavgarh: 2 टाइगर की फाइटिंग में एक बाघ की मौत

उमरिया (संवाद)। जिले के विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो भागों की फाइटिंग में एक बाघ की मौत हो जाने की जानकारी मिली है। बाघ की मौत के बाद बांधवगढ़ प्रबंधन के द्वारा मृत बाघ का पीएम कराकर एनटीसीए की गाइडलाइन के तहत उसका अंतिम संस्कार कराया गया। गुरुवार की शाम बांधवगढ़ की गश्ती दल को बाघ मृत अवस्था में मिला था।
मिली जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के पनपथा बफर के बिरुहुली बीट में 2 से 3 वर्षीय नर बाघ मृत अवस्था मे मिला है। पनपथा बफर के वन कर्मियों को गुरुवार की देर शाम आरएफ 407 में उस समय मृत नर बाघ दिखा जब वन कर्मी जंगल के गश्त में थे। जानकारी के बाद जिम्मेदार वन अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है। लगभग 3 वर्षीय नर बाघ की कैसे मौत हुई है यह फिलहाल स्पस्ट नही है। लेकिन बाघ के शव को देख प्राथमिक दृष्ट्या दूसरे बाघ के फाइटिंग से मौत होने की बात कही जा रही है। घटना के बाद शुक्रवार को करीब 12 बजे पीएम आदि के बाद घटना स्थल के करीब ही उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा के द्वारा जानकारी दी गई है कि शुक्रवार की शाम करौंदिया के बिरुहली गांव में किसान सोहनलाल प्रजापति अपने खेत से दो टाइगर की दहाड़ और फाइटिंग होने की आवाज़ें सुनी थी इसके बाद उसके द्वारा जानकारी वन विभाग को दी गई तब वन विभाग अपने हाथी दल के साथ मौके पर पहुंचा तब देखा कि एक दो-तीन वर्षीय बाघ मृत अवस्था में पड़ा है। वही दूसरे बाघ की दहाड़ थोड़ी दूर सुनाई दे रही थी। मृत बाघ के पीछे का हिस्सा भी नहीं था इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमलावर बाघ के द्वारा उसके पीछे की हिस्सा को खा लिया गया होगा।
उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि नचा की गाइडलाइन के तहत और तीन डॉक्टर की टीम के द्वारा मृत बाघ का पीएम कराया गया। उसके बाद नचा की गाइडलाइन के तहत बाघ का शव दाह किया गया। इस दौरान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक के लखन लाल उइके, उपसंचालक पी के वर्मा सहित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अन्य अधिकारी,कर्मचारी मौजूद रहे।
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