शहडोल (संवाद)। जिले के धनपुरी थाना अंतर्गत बंद पड़ी यूजी माइंस में कबाड़ चोरी करने खदान में घुसे लोगों की जहरीली गैस से दम घुटने से 7 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने रेस्क्यू कर बंद खदान से 7 शव बरामद किए है। घटना के बाद पूरे जिले में जहां हड़कंप मच गया वहीं जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने क्षेत्र के कई कबाडियों के ठीहों पर छापामार कार्यवाही की थी गई थी और भारी मात्रा में चोरी का कबाड़ बरामद किया गया था। पुलिस के द्वारा कबाड़ कारोबारियों के ऊपर मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। वही एक कबाड़ कारोबारी पप्पू टोपी मौके से फरार हो गया जिस पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा फरार आरोपी पप्पू टोपी के ऊपर 10 हजार का इनाम घोषित किया है।
बंद कोयला खदान यूजी माइंस में 7 लोगों की मौत होने के बाद इसके पीछे का कारण जो सामने आया वह यह कि क्षेत्र में कई कबाड़ कारोबारी सक्रिय हैं और बंद खदानों से लोहा और मशीनों के कलपुर्जे चोरी कराने का काम लोगों से कराते हैं। पुलिस ने कारोबारियों के ऊपर मामला दर्ज कर उनके कबाड़ ठीहों को ध्वस्त करने के उद्देश्य से उनके ठिकानों पर बुलडोजर चलाया है।
इधर धनपुरी और आसपास के इलाकों में बंद पड़ी खदानों से लोग कबाड़ और कोयला की चोरी करे ल उद्देश्य खदान के अंदर घुसते हैं जहां अंदर जाने एवं जहरीली गैस के रिसाव के कारण लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा भी अन्य घटनाएं भी होती रहती हैं।
उक्त घटनाओं के कारण जहां एक ओर जन हानि होती है वहीं ऐसी घटनाओं के घटित होने से जनआक्रोश के कारण कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है। भविष्य में ऐसे कारणों से लोक शांति भंग होने की प्रबल आशंका को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक शहडोल के द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश की अनुशंसा के आधार पर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने हेतु प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करते हुए उक्त खदानों में नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।