कटनी (संवाद)। कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में बुधवार को कार्यालय कलेक्टर स्थित सभाकक्ष मे जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव को बढावा देनें के निर्देश दिए ताकि जिले की मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके। उन्होने कहा कि इसके लिए व्यवस्थित कैलेण्डर तैयार किया जाए। इस मामले में लापरवाही बर्दावत नहीं की जाएगी।
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा बैठक के दौरान समस्त आयुष्मान समन्वयक के माध्यम से स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के निर्देश प्रदान कए गए, साथ ही आयुष्मान भारत निरामय में निजी अस्पतालों की निरीक्षण रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु डी.एच.ओ को निर्देशित किया गया । मातृ- मत्यु दर के आंकडों की समीक्षा की जाकर मत्यु दर को कम हेतु संस्थागत प्रसव हेतु ड्यू लिस्ट का कैलेण्डर बनाये जाने एवं महिलाओं को लाने की जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु डी.पी.एम को निर्देशित किया गया। मातृत्व सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत समस्त कार्याे में शत प्रतिशत उपलब्धि करने हेतु समस्त बी.एम.ओ को निर्देशित किया गया। एन.आर. सी मे बच्चों की भर्ती शत प्रतिशत करानें हेतु गंभीर कुपोषित एवं मध्यम कुपोषित बच्चों के नाम तथा अभिभावकों का नाम एवं उनके मोबाईल नंबर की सूची महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा प्रत्येक 15 दिवसों में सी.एम.एच ओ को उपलब्ध कराने हेतु डी.पी.ओ एवं एन.आर.सी. फीडिंग डीमौसट्रेटर को निर्देशित किया गया।
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा एस.एन.सी.यू में भर्ती किये जानें वाले बच्चों की विकासखण्ड वार समीक्षा करते हुए भर्ती के दौरान मृत बच्चों की जानकारी एवं उनका फॉलो -अप न करनें के करण की जानकारी प्रदान करने हेतु प्रभारी एस.एन.सी.यू को निर्देशित किया। कलेक्टर श्री प्रसाद ने डी.एच.ओ. एवं बी.एम.ओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ब्लॉक स्तर पर एम.एम.आर सूचकांक की जानकारी ब्लाक स्तर तक बनायी जाये तथा मृत्यु का कारण बताकार रिमार्क में बचाव की जानकारी भी लिखी जाए।एन.आर.सी बैड ऑक्यूपेंसी के विरूद्ध शत प्रतिशत बच्चे भर्ती नही होने पर संबंधित बी.एम.ओ एवं सी.डी.पी.ओ द्वारा उनके क्षेत्र मंे कुपोषित बच्चे नहीं होने का प्रमाण पत्र दिए जाने के निेर्देश प्रदान किए गए।कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार महिला चिकित्सकों द्वारा एच.आर.पी. क्लीनिक कलैण्डर अनुसार संचालित की जाए। जिसकी सघन मॉनीटरिंग एवं प्रचार- प्रसार भी कराया जाए।
बैठक के दौरान सी.एम.एच.ओ प्रदीप मुडिया, सिविल सर्जन यशवंत वर्मा, डी.पी.ओ महिला बाल विकास नयन सिंह, डी.एच.ओ राजेश केवट एवं शैलेन्द्र दीवान, परियोजना अधिकारी मीना बडकुल, आरती यादव संतोाष अग्रवाल मीडिया प्रभारी अनीता उसराठे सहित विभिन्न विकासखण्ड के बी.एम.ओ, डी.एम.ओ, बी.ई.ई, बी.पी.एम सहित सुपरवाईजर आई.डी.एस.पी उपस्थित रहे।