भोपाल (संवाद)। बड़ी खबर उमरिया जिले से है जहां एक स्थानीय गरीब महिला ने कलेक्टर उमरिया के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं। बीते कुछ दिनों से व्हाट्सएप ग्रुप में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें एक गरीब बेसहारा महिला ने कलेक्टर उमरिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पीएम आवास के लिए वह बकायदे आवेदन पत्र के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंची थी, और कलेक्टर से आवेदन पत्र देकर पीएम आवास दिलाने के लिए विनती करने लगी, लेकिन कलेक्टर ने उसकी विनती सुनने की बजाय उसे चैंबर से बाहर निकालने के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया है। वायरल वीडियो में साफ तौर पर महिला का आरोप सुना जा सकता है। हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि पंचायती संवाद नहीं करता है।
दरअसल पीड़ित महिला सरस्वती सोनी पति संदीप सोनी को सन 2016-17 में सरकार की भू-अधिकार योजना के तहत द्वारा भूमि अधिकार पत्र पट्टा वार्ड नंबर 14 कृष्णताल के लिए दिया गया था, जहां पर पीड़ित महिला ने झोपड़ीनुमा मकान बनाकर अपने 6 साल के छोटे से बच्चे के साथ गुजर-बसर कर रही थी, लेकिन कुछ दिनों पहले कृष्ण ताल में बन रहे स्टेडियम की बाउंड्री निर्माण में पीड़ित का मकान गिर गया। जिसके बाद पीड़ित महिला ने पीएम आवास के तहत मकान दिलाने की मांग कलेक्टर उमरिया से करने पहुंची थी, जहां उसे अपशब्द कहकर भगा दिया गया।
(वायरल वीडियो में देख और सुन सकते है महिला का आरोप)
बहरहाल पीड़ित महिला के द्वारा वायरल वीडियो में लगाए गए आरोप का स्पष्टीकरण कलेक्टर के द्वारा नहीं दिए जाने से कलेक्टर की गरीब बेसहारा महिला के प्रति ओछी मानसिकता प्रतीत होती है। वहीं बड़ा सवाल यह कि केंद्र सहित मध्यप्रदेश सरकार गरीबों बेसहारों और खासकर पीड़ित महिलाओं के लिए अनेकों योजना के माध्यम से उनका जीवन स्तर ऊंचा उठाने और उनको लाभान्वित करने का प्रयत्न रातों दिन कर रही हैं, लेकिन जिम्मेदारों की ऐसी ओछी हरकत सरकार की मंशा पर पानी फेरने और सरकार को बदनाम करने जैसी प्रतीत होती हैं।
इनका कहना है
मामले में जब कलेक्टर से बात की गई तो उनका कहना है कि उनके पास 2 से 300 लोग प्रतिदिन मिलने आते हैं लेकिन वह किसी को नहीं भगाते और ना ही अपशब्द कहते हैं रही बात पीएम आवास की तो वह नगर पालिका के पास जाकर आवेदन करें।
संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर उमरिया।