कौशल विश्वकर्मा,एडिटर इन चीफ। 9893833342
उमरिया (संवाद) । जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर एक अलग कार्यालय भी विद्यमान है, जोकि लोगों को कलेक्ट्रेट आते जाते वक्त दिखाई देता है। लेकिन अक्सर लोगों के द्वारा यह कहा और सुना जाता है कि इस खनिज भवन में अंदर कोई है या नहीं क्योंकि अगर अंदर कोई होता तो जिले में खनिज की चल रही अवैध गतिविधियों पर कार्यवाही होते जरूर दिखाई देती।
बीते दिनों जिले के ग्राम ओदरी में अवैध कोयला उत्खनन मामले में पहली बार खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही की गई है। जबकि लगातार ग्रामीणों के द्वारा इस बात की शिकायत कलेक्टर,कमिश्नर से की जाती रही है कि ग्राम ओदरी और उसके आसपास के इलाके में अवैध कोयले का उत्खनन किया जा रहा है। जिस पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के निर्देश पर ग्राम कोदरी में अवैध कोयले उत्खनन के लिए बनाए गए बड़े-बड़े गड्ढे और सुरंग नुमा गड्ढों को राजस्व व पुलिस के सहयोग से जेसीबी के द्वारा भराया गया है।

गौरतलब है कि जिले के ओदरी ग्राम और शहडोल जिले से लगे उमरिया जिले के आसपास के इलाके में कोयले का अवैध उत्खनन लगातार किया जाता है। जानकारी यह भी है कि स्थानीय लोगों के सहयोग से शहडोल जिले के कुछ व्यापारी इस अवैध काम में संलिप्त हैं। जिसमे कुछ स्थानीय और बाहरी लोगों के द्वारा कोयले का उत्खनन किया जाता है बाद में कोयला इकट्ठा होने पर व्यापारियों के द्वारा इस अवैध कोयले को ट्रकों व पिकप वाहन में भरकर ले जाया जाता है। इतना ही नहीं इन सब अवैध गतिविधियों की जानकारी जिले के खनिज विभाग को भी रहती है,बावजूद इसके खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही करना तो दूर वे इस तरफ नजर भी नहीं फेरते।
बहरहाल खनिज विभाग की मुखिया फरहत जहाँ नींद से तो जागी है, देखना होगा जिले में अवैध कोयला, क्रेशरों में अवैध पत्थर, मुरूम, चोरी की जारी रेत के मामले में क्या कार्यवाही करती हैं।