शहडोल (संवाद)। जिले की रेत खनन ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन पर लगातार मनमानी और अवैध रेत खनन के आरोप लग रहे थे। वंशिका कंस्ट्रक्शन के द्वारा नदियों के घाटों और नदी के बीच से बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए गए हैं। बड़ी-बड़ी मशीनें के माध्यम से नदी के बीच धार से रेत का नियम विरुद्ध तरीके से उत्खनन किया जा रहा है। वहीं आसपास के गांव के लोग निस्तार के लिए बनाए घाटों को दलदल व गहरे गड्ढे में तब्दील कर दिया गया है।
वंशिका कंस्ट्रक्शन के द्वारा जिले में नियम विरुद्ध तरीके और खनिज विभाग के द्वारा खनन के लिए बनाए गए गाइडलाइन को दरकिनार कर रेत का उत्खनन संबंधी समाचार कई बार मीडिया में प्रकाशित किए गए। लेकिन जिले में पदस्थ प्रशासनिक अधिकारी सहित खनिज विभाग चैन की नींद सो रहा था और रेत कंपनी को खुली छूट दे रखी थी, नतीजा वंशिका ग्रुप की मनमानी और प्रशासनिक जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते एक 13 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक सोन नदी के मसीरा घाट में रविवार को सुबह 10:00 बजे एक हादसा हो गया। जिसमें मसीरा गांव निवासी अंजलि केवट उम्र 13 वर्ष हर रोज की तरह सोन नदी के मसीरा घाट में नहाने गई थी और नदी में अपने साथियों के साथ नहा रही थी कि तभी नदी में खाईनुमा गहरे गड्ढे की तरफ चली गई। जबकि अंजलि को पानी में तैरना भली-भांति आता था, लेकिन रेत खनन के कारण नदी में गहरी खाई नुमा गड्ढे और दलदल बना देने से वह दलदल में फंस गई और गहरे पानी में चली गई जिससे उसकी उसमें डूब कर मौत हो गई। अंजली की मौत के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने रेत ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन को जमकर कोसा और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं उनका कहना है कि जिस जगह यह हादसा हुआ वह दलदल नुमा गहरा गड्ढा है। रेत खनन कंपनी के द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से रेत उत्खनन के कारण हुआ है इसके अलावा भी पूरी नदी में कई गहरे गड्ढे बना दिए गए हैं।
हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची के शव का पीएम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया है। लेकिन बच्ची के पिता और सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण जयसिंहनगर थाने में डटे रहे और रेत ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन सहित दोषी अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करते रहे।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ठेका कंपनी को नियम से रेत खनन की अनुमति देता और इस पर वह नजर रखता तो इस प्रकार की नदियों का स्वरूप को नहीं बिगाड़ा जाता। वही नदी और घाटों को तहस-नहस कर दिया गया है। नदी में 15 से 20 फुट के गड्ढे बना दिए हैं, जिससे कभी भी हादसे हो सकते हैं। यह घटना भी रेत खनन कंपनी की मनमानी का नतीजा है।
इसके अलावा नदी में गांव के पालतू जानवर भी पानी पीने जाते हैं अब उनकी भी जान पर खतरा मंडरा रहा ह
ग्रामीणों की मांग है कि इस हादसे में मुख्य रूप से दोषी ठेका कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए वही प्रशासनिक जिम्मेदारों पर भी कार्यवाही की जानी चाहिए। बता दें कि रेत कंपनी वंशिका कंस्ट्रक्शन के द्वारा लगातार नियम विरुद्ध और मनमाने तरीके से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है हादसे वाले क्षेत्र में भी इसी ठेका कंपनी के द्वारा बड़े-बड़े गड्ढे नदी में बनाए गए हैं। ग्रामीणों और मीडिया के द्वारा कई बार मामले को उठाने के बाद भी जिला प्रशासन व खनिज विभाग इसे अनदेखी करता रहा है।
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