जिसके बाद संचालनालय के निर्देश पर उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नरोजाबाद नगर परिषद की सीएमओ सुश्री रीना सिंह राठौर को निलंबित कर दिया है। इस बीच उन्हें संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग शहडोल में अटैच कर दिया गया है। साथ ही मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद चंदिया आनंद श्रीवास्तव को आगामी आदेश तक के लिए नगर परिषद नरोजाबाद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
बहुचर्चित सीएमओ रीना सिंह राठौर सस्पेंड,उमरिया कलेक्टर ने की कार्यवाही,नगर परिषद बकहो में भर्ती घोटाला

कौशल विश्वकर्मा,एडिटर इन चीफ। 9893833342
उमरिया (संवाद)। जिले की बहुचर्चित सीएमओ सुश्री रीना सिंह राठौर के कारनामे शायद ही किसी से छिपे हो। इस बीच उन्होंने एक नए कारनामे को अंजाम दिया है।
जिसमें उन्हें संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्यप्रदेश भोपाल के द्वारा पत्र जारी कर नियम विरुद्ध तरीके से किए गए संविलियन के आरोप में निलंबित कर दिया गायक है।
मामले में बताया गया कि नौरोजाबाद नगर परिषद में पदस्थ सीएमओ रीना सिंह राठौर को नवगठित नगर परिषद बकहो, जिला शहडोल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। जिसमें इनके द्वारा नगर परिषद बकहो में नियम विरुद्ध तरीके से एक संविदा कर्मी एवं 52 मानदेय कर्मियों को संविलियन कर नियमित करने की अनुशंसा इनके द्वारा की गई थी।
जिसकी शिकायत पर विधिवत जांच कराई गई जिसमें उनके द्वारा किए गए संविलियन की अनुशंसा नियम विरुद्ध पाई गई है। जिस पर नगरीय प्रशासन विभाग ने पत्र जारी कर कहा कि प्रभारी सीएमओ रीना राठौर के द्वारा पंचायत कालीन कर्मियों को जिसमे 1 संविदा कर्मी और 52 मानदेय कर्मियों का संविलियन नगर परिषद बकहो में नियमित पदों पर कर दिया गया जो कि मध्य प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1967 की धारा 7 (छ) एवं अधिनियम के अंतर्गत निर्मित मध्य प्रदेश नगर पालिका सेवा (वेतनमान एवं भत्ता) नियम 1967 में वर्णित प्रावधानों के विपरीत है। जिसके लिए प्रभारी सीएमओ रीना राठौर पूरी तरीके से उत्तरदायी है।
बता दें कि सीएमओ रीना सिंह राठौर जब भी जहां पदस्थ रही है, उनके कारनामे जगजाहिर रहे हैं। इसके पहले उनकी चंदिया नगर परिषद में रा स्थापना के दौरान उनके
द्वारा लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया वहीं इस बीच उन्हें लोकायुक्त की टीम ने भी रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रेप किया था।
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