कौशल विश्वकर्मा, एडिटर इन चीफ। 9893833342
उमरिया (संवाद)। बीते 9 मई सोमवार को कंचन खुली खदान से लगे ग्राम धनवाही में कंचन माइंस के द्वारा की गई हैवी ब्लास्टिंग से सुखलाल बैगा का घर क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसमें दबकर सुखलाल की बेटी और उसकी पोती सहित बेटी के पेट में पल रहे बच्चे की मौत मकान में दबकर हो गई थी। इसके अलावा तीन-चार अन्य लोगों को मामूली चोटें आई थी।
चूंकि इस पूरे मामले में माइंस प्रबंधन की साफ तौर पर लापरवाही उजागर हुई थी। जिसको लेकर धनवाही गांव सहित आसपास के इलाकों में आक्रोश था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पंचायती संवाद में लगातार कई बार इस बात की आवाज उठाता रहा है, कि मामले की जिला स्तर पर उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और जानबूझकर की गई लापरवाही करने वाले कंचन माइंस के जिम्मेदारों पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए, जिससे पीड़ित परिवार और गांव के अन्य लोगों को उचित न्याय मिल सके।

इस घटना के बाद जांच और कार्यवाही को लेकर हीला हवाली करने का अंदेशा भी व्यक्त किया गया। लेकिन पंचायती संवाद खबरों के माध्यम से जिला प्रशासन तक उन ग्रामीणों की बात लगातार पहुंचाता रहा। जिसके बाद अब जांच में तेजी आई है। हालांकि धनवाही गांव के लोग जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की बातों पर पूरा भरोसा मानकर चल रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि हमें अन्य जांचों पर भरोसा नहीं लेकिन कलेक्टर के माध्यम से जो भी जांच होगी उस पर उन्हें पूरा भरोसा है।

मजिस्ट्रियल जांच के संबंध में बताया गया कि नौरोजाबाद क्षेत्रान्तर्गत एस.ई.सी. एल. कंपनी कंचन खुली खदान के द्वारा कोयला निकालने हेतु ब्लास्टिंग के दौरान सुखलाल बैगा ग्राम धनवाही का मकान क्षतिग्रस्त होने से 4 से 5 लोग घायल हो गये, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है। घटना संवेदनशील होने के कारण घटना की निष्पक्ष जांच आवश्यक है एवं प्रकरण इस न्यायालय को मजिस्ट्रेट जांच हेतु प्राप्त है।
उपरोक्त संबंध में प्रत्यक्षदर्शी एवं अन्य व्यक्ति विचाराधीन जांच प्रकरण में यदि किसी भी प्रकार का साक्ष्य व कथन करना चाहते हैं तो 1 जून 2022 को समय 11 बजे से 5 बजे तक किसी भी समय न्यायालय में उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकता है। म्याद बाहर किसी भी प्रकार का साक्ष्य एवं कथन को ग्राहय नहीं किया जावेगा।