
पुलिस ने आयोजित किया नशा मुक्ति जागरूकता शिविर,दुष्परिणाम बताकर नशा नहीं करने का लिया संकल्प

उमरिया (संवाद)। उमरिया पुलिस के द्वारा अनोखी पहल जिसमे पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेखा सिंह के मार्गदर्शन में पाली एसडीओपी डॉ जितेंद्र सिंह जाट के निर्देशन में तथा पाली थाना प्रभारी आर.के धारिया महोदय के नेतृत्व में वार्ड नंबर 14 दफाई पाली में नशा मुक्ति शिविर आयोजित किया गया। जिसमें शराब एवं अन्य प्रकार के नशे ना करने के संबंध में समझाइश दी गई एवं लोगों को नशा ना करने के लिए जागरूक किया गया। इस अवसर पर पाली थाना उप निरीक्षक मुकेश मर्सकोले ने वार्ड वासियों को नशा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि युवा पीढ़ी को धूम्रपान से दूर रहने एवं पीड़ित मानव की सेवा करने की बात कही। इस अवसर पर श्री मर्सकोले ने कहा नशा युवा पीढ़ी को खोखला करते जा रहा है।
प्रधान आरक्षक शैलेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि ने जवानों को कहा कि आमतौर पर आज के समय में नशा से होने वाले नुकसान के बारें में हर कोई जानता है लेकिन फिर वह इसे बड़े शौक के साथ लेता है। युवा शराब, सिगरेट, ड्रग्स सहित न जाने कितनी जहरीली चीजों का सेवन करते है। वह इन चीजों के इतने ज्याजा लती हो जाते है कि इसके बिना शायद ही वो रह पाते है। अत: हमेशा नशे से बचके रहना होगा।

युवा हिमांशू तिवारी ने ग्रामीणों को मादक द्रव्य दुरूपयोग सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। यह एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक जैसे गंभीर रोगों का कारण है, इसके अलावा इसके आर्थिक हानि और असामाजिक व्यवहार जैसे कि चोरी, हिंसा और अपराध एवं सामाजिक कलंक तथा समाज का समग्र पतन कई रूपों में दुष्प्रभाव भी हैं।हम किसी भी नशे को अपनी प्रबल इच्छा शक्ति से स्वयं को शिकार बनने से रोक सकते है। कहा कि नशा करने से शरीर को अंदर से नुकसान होता है। जिसस व्यक्ति में कमजोरी आने लगती है। ऐसे में वह थोड़ा-सा काम करने पर भी थक जाते है। नशा का सेवन या नशा की लत एक सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्या है जो न केवल पूरे विश्व के युवाओं को प्रभावित करती है।
इस अवसर पर पाली थाना उप निरीक्षक मुकेश मर्सकोले, प्रधान आरक्षक शैलेंद्र कुमार दुबे, नगर रक्षा समिति सदस्य हिमांशु तिवारी,पारस सिंह परिहार ,रविनेश चतुर्वेदी, मुलायम सिंह यादव एवं अन्य सभी उपस्थित रहे।
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