जनपद कार्यालय करकेली के स्टोर रूम में भीषण आग कई
महत्वपूर्ण दस्तावेज जले, कहीं दस्तावेजों को आग से जलाने
की साजिस तो नही? बड़ा सवाल
Many important documents were burnt in
the store room of District Office Kareli,
is there a conspiracy to burn the documents
with fire? big question
उमरिया (संवाद)। जिले के जनपद मुख्यालय के कार्यालय में आग लगने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। जानकार इसमें सवाल भी खड़े कर रहे हैं कि कहीं जनपद के स्टोर रूम में जहां कई अहम दस्तावेज रखे जाते हैं वहां आग लगना संदेह को जन्म देता है। कि आग अपने से लगी या लगाई गई?
करकेली जनपद मुख्यालय के स्टोर रूम पर आज अचानक भीषण आग लगने से वहां रखे महत्वपूर्ण दस्तावेज, टेबल, कुर्सी जलकर खाक हो गया। घटना की जानकारी के बाद पंचायत अधिकारी के द्वारा फोन कर फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। जिसके बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम किया। लेकिन तब तक वहां रखा सारा सामान जलकर खाक हो चुका था।
जानकारी के मुताबिक अचानक लगी आग धीरे-धीरे पूरे कमरे में फैल गई और भीषण रूप ले लिया जब तक अधिकारी कर्मचारी देख पाते तब तक आग पूरे स्टोर रूम में फैल चुकी थी। जिसके बाद फायर बिग्रेड को बुलाया गया लेकिन जिला मुख्यालय दमकल को पहुंचने में 1 घंटे का समय लग गया। तब तक वहां रखे पूरे दस्तावेज महत्वपूर्ण कागजात व नए पुराने कुर्सी टेबल तक जलकर खाक हो चुके थे।
हालांकि फायर बिग्रेड पहुंचने के बाद आग को शांत किया गया नहीं तो आग वहां के अलावा अन्य दूसरे कमरों में पहुंच जाते और अन्य जरूरी सामान भी जल जाते।
फिलहाल आग लगने की वजह का भी पता लगाया जाना चाहिए कि आग किन कारणों से स्टोर रूम में पहुंची। जानकारों का मानना है कि कमरे के अंदर आग कैसे पहुंची इस बात का पता लगाया जाना चाहिए। कहीं यह सोची समझी साजिश तो नहीं। वही यह भी जांच की जानी चाहिए कि स्टोर रूम किस तरह के दस्तावेज रखे गए थे। वहां पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों से पूंछतांछ की जानी चाहिए कि कार्यालय के स्टोर रूम में किस तरह के दस्तावेज रखे गए थे।
बता दें कि पिछले समय में जनपद करकेली अंतर्गत कई बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया, इसके साथ भर्ती मामले में भी कई दस्तावेज फर्जी लगाकर भर्ती कराई गई थी। जिसकी सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगते रहते हैं लेकिन कार्यालय द्वारा जानकारी नही दी जाती। इसके अलावा वह तमाम दस्तावेज जनपद कार्यालय के तहत किए गए काम योजना संबंधी दस्तावेज, हितग्राही, पंचायत स्तर पर निर्माण कार्य संबंधी दस्तावेज आदि शामिल है।इसके अलावा स्टोर में और क्या दस्तावेज मौजूद थे जो आग से जल गए हैं इस बात की भी जानकारी अधिकारी कर्मचारियों से लेनी चाहिए।
बहरहाल इस भीषण गर्मी में लगातार फसल, खेत, खलियान, जंगल में आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं जबकि यह सभी घटनाये केवल सावधानी न बरतने के कारण होती है। लेकिन यहां कहीं ऐसा तो नहीं कि इस आड़ और सामान्य तौर पर लग रही आग के बहाने जनपद कार्यालय में रखे उन महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जलाने में कोई साजिश तो नहीं?