एक्शन में कलेक्टर,आरआई प्रजापति व बाबू शेख इरशाद के निलंबन के बाद,जाँच की आँच में झुलसे तहसीलदार

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◆ प्रभारी तहसीलदार दिलीप सिंह को सौंपा गया तहसील नजूल बांधवगढ़ का न्यायालयीन कार्य

◆ लोगों से पैसे ऐंठने की इनकी लंबी है फेहरिस्त, हो सकती एफआईआर

उमरिया।कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के द्वारा आरआई प्रजापति व सहायक वर्ग 3 शेख इरशाद उर्फ बंटी के निलंबन के बाद कलेक्टर फुल एक्शन में नजर आ रहे है, उन्होंने तहसीलदार रमेश रावत को तहसीलदार नजूल बांधवगढ़ के पद पर पदस्थ किया था,परंतु जारी आदेश मे आंशिक संशोधन करते हुए श्री रावत को नजूल तहसील का प्रशासकीय कार्य एवं श्री दिलीप सिंह प्रभारी तहसीलदार बांधवगढ़ को उनके कार्य के साथ साथ नजूल बांधवगढ़ जिला उमरिया का न्यायालयीन कार्य आगामी आदेश तक सौंपा गया है,और यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
गौरतलब कि रिश्वत मांगने के आरोप में  कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने राजस्व विभाग के दो कर्मचारियों को एक साथ निलंबित कर दिया था, निलंबित राजस्व निरीक्षक और कार्यालय सहायक वर्ग 3 द्वारा कैम्प निवासी मोहम्मद अल्ताफ़ व सुभाष गंज निवासी  पुष्कल मिश्रा पर बाउंड्री वाल तोड़ने तथा दुकान तोड़ने की कार्यवाही करने का दबाव बनाकर पैसे मांगने पर कलेक्टर ने कार्यालय सहायक वर्ग 3 शेख इरशाद मंसूरी और राजस्व निरीक्षक वैशाखू राम प्रजापति को निलंबित कर दिया गया था बता दें कि इन दिनों भू-धारणा के तहत लोगों को पट्टे देने की महत्वाकांक्षी योजना प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है,
इसी का फायदा उठाकर आरआई प्रजापतिऔर बाबू शेख इरशाद दोनों मिलकर वर्षो से शासकीय भूमि पर काबिज लोंगो के पास जाकर तहसीलदार का हवाला देकर उनके कब्जे को तोड़ने की धमकी व उन्हें डराकर पैसे की मांग की जा रही थी जिसकी शिकायत कुछ लोंगो द्वारा कलेक्टर से की गई थी शिकायत सही पाए जाने के बाद कलेक्टर ने दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की थी और अब नजूल तहसीलदार रमेश रावत पर भी जांच की आँच लगने की जानकारी मिली है।
लोगों से पैसे ऐंठने की इनकी लंबी है फेहरिस्त, हो सकती एफआईआर
जानकारी के मुताबिक आर आई प्रजापति और बाबू शेख इरशाद की लोंगो को उनके कब्जा निर्माण को तोड़ने का डर दिखाकर उन्हें लूटने की फेहरिस्त लंबी है, गनीमत रही कि 2 लोंगो ने हिम्मत दिखाई और कलेक्टर के पास पहुंच गए और उनकी पोल खोल दिये, नही तो अभी तक शहर के कई लोंगो से लाखो रुपये लूट चुके थे।
हालांकि यह बात बिल्कुल सच है कि झूट और बेईमानी की उम्र लंबी नही होती और यही कारण है कि सच्चाई सामने आ गई नही तो न जाने कितने और लोंगो को अपना शिकार बनाते। जानकारी के मुताबिक अब उन भ्रस्टाचारियों की पोल खुलने और कार्यवाही होने के बाद शहर के और भी कुछ लोग शिकायत लेकर प्रशासन के सामने आने की तैयारी में है,इतना ही नही उनसे प्रताड़ित शहर के अन्य लोगों के द्वारा अब उन भ्रस्टाचारियों के खिलाफ प्रशासन के सहयोग से पुलिस में एफआईआर तक दर्ज करवाने की भी बात सामने आ रही है।
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