सिंगरौली (संवाद)। मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का एक और बड़ा एक्शन देखने को मिला है। सिंगरौली जिले में बोरवेल में गिरी मासूम बच्ची के मौत के बाद मुख्यमंत्री ने यह एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री ने बोरवेल के सत्यापन में लापरवाही पर बरतने के चलते पीएचई विभाग के सहायक यंत्री और जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम डॉ मोहन यादव के निर्देश पर कमिश्नर रीवा संभाग ने यह कार्यवाही की है। अफसरों पर सस्पेंड की कार्यवाही किए जाने के बाद शासकीय महकमें हड़कंप मचा हुआ है।
MP: सीएम डॉ मोहन का बड़ा एक्शन,लापरवाही के चलते PHE के सहायक यंत्री और जनपद CEO सस्पेंड,कार्यवाही से अफसरों में मचा हड़कंप
दरअसल मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के अंतर्गत जनपद पंचायत चितरंगी में एक 3 वर्षीय मासूम के खुले बोरवेल में गिरकर और दुखद मृत्यु हो गई थी।जिसके बाद जिले से लेकर राजधानी भोपाल तक हड़कंप मच गया। हालांकि मासूम के खुले बोरवेल में गिरने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया गया था कई घंटों तक एसडीआरएफ की टीम मासूम को निकालने मशक्कत करती रही लेकिन तब तक मासूम की मौत हो चुकी थी।
MP: सीएम डॉ मोहन का बड़ा एक्शन,लापरवाही के चलते PHE के सहायक यंत्री और जनपद CEO सस्पेंड,कार्यवाही से अफसरों में मचा हड़कंप
घटना के बाद खुले बोरवेल मामले जांच कराई गई जिसमें प्रथम दृष्टया पीएचई विभाग सहायक यंत्री और चितरंगी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की लापरवाही सामने आई है। बताया गया कि बोरवेल के सत्यपन प्रमाण पत्र बगैर मौका मुआयना किये ही जारी किया गया है।जिसके चलते दोनो अफसरों के ऊपर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लिया है।मुख्यमंत्री के निर्देश पर कमिश्नर रीवा बीएस जामोद ने सहायक यंत्री पीएचई और मुख्य कार्यपालन अधिकारी चितरंगी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।