उमरिया (संवाद)। जिले के वन विकास निगम के क्षेत्र हर्रवाह,बिलासपुर और उससे लगे जंगल से लगातार लकड़ी की अवैध कटाई, इमारती लकड़ी की तश्करी का मामला सामने आते रहता है। तश्करी करने वाले लोग इस कारोबार में हमेशा सफल ही होते है, कभी कभार ही पकड़े जाते है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर विभाग के जिम्मेदार कार्यवाही में पीछे क्यो रहते है।जबकि लगातार जंगलो में लकड़ी की अवैध कटाई का मामला सामने आते रहता है।
दरअसल लावारिस मिले वाहन में साल की लकड़ी का अवैध परिवहन कर सीमावर्ती जिला ले जा रहा था,परन्तु हर्रवाह परिक्षेत्र के टिकुरा-पठारी में वाहन बिगड़ने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ और मौके पर वन विभाग पहुंचा और ज़रूरी कार्यवाही कर रहा है।बताया जाता है कि बिना नम्बर स्वराज-माज़दा वाहन ब्रेक डाउन होने के बाद वन माफिया ने वाहन का टायर भी मौके से गायब कर दिया,वही वाहन को जेसीबी मशीन आदि की मदद से मौके पर पलटा भी दिया है,और मौके से फरार हो गया है।ऐसा करने के पीछे कार्यवाही से बचने का कारण हो सकता है।
घटना की जानकारी के बाद वन विकास निगम के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे और वाहन को जप्त कर आगे की कार्यवाही की जा रही है। पकड़े गये वाहन में 6 से 7 घनमीटर इमारती लकड़ी पाई गई है जिसकी अनुमानित कीमत दो लाख के आसपास है। इसके अलावा दो माह पहले भी इसी क्षेत्र से सागौन से भरी पिकअप वाहन जप्त की गई थी, लगातार अवैध लकड़ी की कटाई और तस्करी से वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है