गुना (संवाद)। मध्यप्रदेश के गुना जिले में पुलिस एक युवक को उसकी शादी से ठीक पहले मंडप से उठा ले गई और उसके बाद उसकी पुलिस कस्टडी में हुई मौत से युवक के परिजनों का आक्रोश जमकर देखने को मिला है। युवक की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन करने कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाएं कलेक्टर से मुलाकात करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें कलेक्टर परिसर के मुख्य गेट में ही रोक दिया, जिससे नाराज होकर महिलाओं ने अफसर के सामने ही अपने कपड़े उतार दिए।
Guna: शादी के 1 दिन पहले पुलिस कस्टडी में युवक की मौत, कलेक्ट्रेट में विरोध के दौरान अफसरों के सामने महिलाओं ने उतार दिए अपने कपड़े
मिली जानकारी के मुताबिक गुना जिले के पारधी समुदाय में युवक देवा की बारात रविवार को जानी थी लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने उसे और उसके चाचा को एक चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने दोनों को पुलिस थाने के लाखों में बंद कर पूछताछ करने लगे इस दौरान युवक देव भारती की मौत पुलिस कस्टडी में हो गई। इसके बाद पूरे पार्टी समुदाय में पुलिस के खिलाफ आक्रोश उत्पन्न हो गया परिजनों का मानना है कि पुलिस की प्रताड़ना से युवक की मौत हुई है।
Guna: शादी के 1 दिन पहले पुलिस कस्टडी में युवक की मौत, कलेक्ट्रेट में विरोध के दौरान अफसरों के सामने महिलाओं ने उतार दिए अपने कपड़े
समुदाय के लोगों ने पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाने लगा इसके बाद समुदाय की कुछ महिलाओं ने गुना के कलेक्टर सत्येंद्र सिंह से मुलाकात करने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची जहां पर पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर के मुख्य द्वार पर ही रोक दिया इस दौरान पुलिस और महिलाओं में झड़प और झूम जकी भी हुई है झूम जकी से एक महिला के सिर में चोट लगी है वही एन महिलाओं को भी चोटे आई हैं। पुलिस के इस रवैये और कलेक्टर से नहीं मिलने देने से नाराज होकर कई महिलाओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में ही अफसरों के सामने अपने कपड़े उतार दिए।
Guna: शादी के 1 दिन पहले पुलिस कस्टडी में युवक की मौत, कलेक्ट्रेट में विरोध के दौरान अफसरों के सामने महिलाओं ने उतार दिए अपने कपड़े
महिलाओं के द्वारा इस तरह के विरोध से जहां लोगों ने इसे शर्मनाक बताया है वही बाद में गुना कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने महिलाओं को बुलाकर उनसे बातचीत की है महिलाओं की मांग है कि युवक देवा पारधी की पुलिस कस्टडी में मौत की जिम्मेदार पुलिस है। इसलिए जिम्मेदार पुलिस कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए। कलेक्टर के द्वारा विरोध प्रदर्शन कर रहे महिलाओं को समझने के बाद किसी कदर मामला शांत किया गया है।