इंदौर (संवाद)। नवनियुक्त इंदौर संभाग के कमिश्नर माल सिंह भयड़िया फुल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं, जहां उन्होंने लोगों और आम जनमानस के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य को लेकर अस्पतालों के घटिया निर्माण को लेकर निर्माण एजेंसी और संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी है। पूरे मामले की जांच लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को सौंपते हुए कहा कि जांच और सभी व्यवस्थाओं को 1 सप्ताह के भीतर दुरुस्त करें, नहीं तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इसके पहले भी कमिश्नर के द्वारा हॉस्पिटलों के दौरे के दौरान लापरवाह डॉक्टरों पर एक्शन लिया गया था।
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इंदौर (संवाद)। नवनियुक्त इंदौर संभाग के कमिश्नर माल सिंह भयड़िया फुल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं, जहां उन्होंने लोगों और आम जनमानस के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य को लेकर अस्पतालों के घटिया निर्माण को लेकर निर्माण एजेंसी और संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी है। पूरे मामले की जांच लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को सौंपते हुए कहा कि जांच और सभी व्यवस्थाओं को 1 सप्ताह के भीतर दुरुस्त करें, नहीं तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इसके पहले भी कमिश्नर के द्वारा हॉस्पिटलों के दौरे के दौरान लापरवाह डॉक्टरों पर एक्शन लिया गया था।दरअसल बीते दिन एमजीएम मेडिकल कॉलेज की समीक्षा बैठक के दौरान कमिश्नर माल सिंह के द्वारा अस्पताल के विकास कार्यों में अस्पताल में लीकेज घटिया निर्माण को लेकर खासा नाराजगी जताई है। नवनिर्मित भवनों में कई खामियां और निर्माण में भी लापरवाही देखी गई है। कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को एक टीम गठित करने और इसकी जांच करने के लिए कहा गया है। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि सभी मसले को एक सप्ताह में हल किया जाना चाहिए नही तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और इसमें कोई रियायत नही बरती जाएगी।मरीजो और उनके परिजनों से फीडबैक का सिस्टम डेवलप करें बैठक में कमिश्नर माल सिंह ने कहा कि एमवाय अस्पताल सहित प्रत्येक अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों से फीडबैक लेने के लिए एक सिस्टम डेवलप किया जाए।ऐसा करने से व्यवस्था में सुधार होगा और लोगों की परेशानी भी दूर होंगी। उन्होंने अधिकारियों को मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के आवास और भोजन की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।बता दें कि इसके पहले कमिश्नर माल सिंह ने एमटीएस अस्पताल और एमवाय अस्पताल का निरीक्षण किया था। जिसमें वह अस्पताल में लापरवाही और अव्यवस्थाओं को लेकर अस्पताल की उप अधीक्षक डॉक्टर अनुपमा दुबे को हटा दिया था। इसके अलावा ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए जाने पर 8 डॉक्टर शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। इस कार्यवाही से नाराज डॉक्टरों ने विरोध भी जताया था और इसको लेकर डीन को ज्ञापन भी सौंपा गया था।Photo Source:FREE PRESS JOURNAL