प्रतीक रामचंद्राणी (टीकमगढ़)। पुलिस कार्यवाही से डरकर पति-पत्नी और बेटी ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली जिसमे तीनो की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बेटा ट्रेन को आते देख डरकर ट्रैक से भाग गया। घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे की है जहां एक परिवार खरगापुर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंचा था। मृतक के बेटे ने रोते हुए बताया कि पुलिसवालों ने पूरे परिवार को जेल में डालने की धमकी दी थी। इसलिए मम्मी-पापा और बहन ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।
घटना आज शुक्रवार की सुबह से खरगापुर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेक पर पड़े तीन शव की सूचना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही खरगापुर थाना प्रभारी नीतेश जैन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं कुछ ही देर में अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी यहां पहुुंच गए। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने शवों का परीक्षण कराया। वहीं एफएसएल टीम ने भी मौके पर जांच शुरू कर दी थी।
चोरी का लगाया था आरोप
माता-पिता और बहन की मौत के बाद अकेले बचे 6 साल के मासूम समर ने बताया कि कुछ दिन पूर्व खेलते समय उसकी गेंद पड़ौस में रहने वाले रिछारिया परिवार में चली गई थी। ऐसे में वह उनके घर गेंद उठाने गया। उसे गेंद उठाकर बाहर आते हुए रिछारिया परिवार के लोगों ने भी देखा था और कहा था कि अब ऐसे नहीं आया करों नहीं तो चोरी का आरोप लगा देंगे। वहीं तीन दिन बाद इन लोगों चोरी के आरोप में उसका नाम लिखवा दिया। वहीं इस मामले में पुलिस ने भी उसके घर आकर उसे धमकी दी थी। समर ने बताया कि पुलिस कह रह रही थी कि उसके हाथ गरम तेल में डाले जाएंगे। यदि चोरी की होती तो फोड़े पड़ जाएंगे और नहीं की होती तो कुछ नहीं होगा। समर का कहना है कि पुलिस के दबाव से ही पूरा परिवार परेशान था। वही इस मामले में पुलिस अधीक्षक रोहित कासवानी का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
दरअसल यह पूरा मामला खरगापुर रेलवे स्टेशन के पास स्थित डर्बी नाले के पास का है, जहां मातोल गांव निवासी लक्ष्मण नामदेव ने खरगापुर रेलवे स्टेशन के नजदीक डर्बी नाले के पास अपनी पत्नी रजनी व एक बच्ची सहित ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली है।