4 बार से विधायक और कैबिनेट मंत्री फिर भी कुशमहा गांव में विकास रहा कोसो दूर,भला हो कलेक्टर का जिसने ली सुध

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Umaria (संवाद)। बीजेपी सरकार में पूरे मध्यप्रदेश में जिस तरीके से विकास कार्य हुए है शायद ही इसके पहले कभी हुआ हो। चाहे शहर हो या ग्रामीण चारो ओर अनेको विकास कार्य हुए है। लेकिन उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा अंतर्गत ग्राम कुशमहा की बात करे तो यहां के ग्रामीण विकास कैसा होता है जानते ही नही.? ऐसा नही की इस क्षेत्र में कांग्रेस का विधायक रहा है। बल्कि लगातार इस क्षेत्र से 4 बार से बीजेपी की विधायक और सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों के द्वारा मतदान का बहिष्कार किये जाने के बाद ग्रामीणों को समझाने कलेक्टर पहुंचे थे और आश्वाशन देकर मतदान करने का आग्रह किया था।

4 बार से विधायक और कैबिनेट मंत्री फिर भी कुशमहा गांव में विकास रहा कोसो दूर,भला हो कलेक्टर का जिसने ली सुध

दरअसल मानपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुशमहा गांव बीजेपी सरकार के द्वारा किए गए अनगिनत विकास कार्यों से अछूता रहा है। जबकि ऐसा नहीं कि इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का विधायक रहा हो, बल्कि 4 बार से लगातार यहां के लोग बीजेपी की विधायक दीदी को चुनते आ रहे हैं। इस बीच दीदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में जनजाति कार्य विभाग की कैबिनेट मंत्री भी रही है। बावजूद इसके यह गांव विकास और मूलभूत सुविधाओं से अछूता रहा है।

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इस बार 2023 के विधानसभा चुनाव के दरमियान कुशमहा गांव के ग्रामीणों ने मतदान करने का बहिष्कार कर दिया। यह खबर जैसे ही जिले के कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य तक पहुंची। उन्होंने तत्काल गांव पहुंचकर वहां उपस्थित ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने कलेक्टर को अपनी तमाम समस्याओं से अवगत कराया, जिस पर कलेक्टर ने उनकी मांगों को मानते हुए आश्वासन दिया कि चुनाव की आचार संहिता समाप्त होते ही वह उनके गांव पुरे जिला प्रशासन की टीम को लेकर पहुंचेंगे और जरूरत के सभी कामों को कराया जाएगा। तब जाकर ग्रामीण माने और मतदान प्रारंभ कराया गया।

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लेकिन यहां ग्रामीणों को आश्वासन कोई नेता नहीं बल्कि कलेक्टर ने दिया था। इसके बाद जैसे ही चुनाव की आचार संहिता समाप्त हुई कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने जिला प्रशासन की पूरी टीम को लेकर कुशमहा गांव में चौपाल लगा दी। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी तमाम समस्याओं से कलेक्टर और जिला प्रशासन को अवगत कराया है। ग्रामीणों की समस्या सुनकर कलेक्टर ने वहां उपस्थित तमाम विभागों के विभाग प्रमुखों को जल्द ही कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। यह देख जहां ग्रामीण कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य की तारीफ करते नहीं थक रहे है। वही ग्रामीणों के मन में यह भी सवाल उठ रहा है कि वह दीदी को लगातार चार बार से विधायक बना रहे है। लेकिन उन्होंने उनकी या उनके गांव की सुध क्यों नहीं ली। जबकि बीजेपी सरकार और सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान  लगातार गांव और शहरों के विकास में दिन-रात जुटे हैं। लेकिन उनके विधायक मंत्री का यह हाल मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेर रहा है।

4 बार से विधायक और कैबिनेट मंत्री फिर भी कुशमहा गांव में विकास रहा कोसो दूर,भला हो कलेक्टर का जिसने ली सुध

बुधवार 6 दिसंबर को कलेक्टर और जिला प्रशासन की टीम ने जहां कुशवाहा गांव पहुंचकर ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई। बल्कि उनकी मांग और जरूरत के अनुसार अलग-अलग कार्यो के लिए वहां मौजूद विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया है। निश्चित रूप से कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य के द्वारा मतदान के दिन ग्रामीणों को दिए गए आश्वासन और फिर उसे पूरा करने के लिए मौके पर जिला प्रशासन का दल बल लेकर पहुंचना फिर तत्काल ग्रामीणों की मांग और जरूरत को देखते हुए कार्य शुरू करने के निर्देश देना अपने आप में प्रशंसनीय है। ग्रामीणों ने कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य का हृदय से आभार जताया है। हालांकि मानपुर विधानसभा अंतर्गत विकास कार्यों और मूलभूत सुविधाओं से उपेक्षित कुशमहा पहला गांव नहीं है। बल्कि दर्जनों गांव यहां के विधायक की कार्यप्रणाली से उपेक्षित पड़े हैं।

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