15 दिन में 2 बार आमने-सामने शिवराज सरकार के मंत्री, विपक्ष की तरह काट रहे एक-दूसरे के बयान

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मध्यप्रदेश (संवाद)। शिवराज सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री और गृह मंत्री 13 दिन के बाद फिर आमने-सामने आ गए हैं। 2 सप्ताह के भीतर यह दूसरा मौका है, जब स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री का बयान के 24 घंटे के भीतर गृहमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए उनसे जुदा राय दी है।

ताजा मामला स्कूल में छात्राओं के हिजाब पहनावे को लेकर है, मंगलवार को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि हिजाब, यूनिफार्म कोड का हिस्सा नहीं है। अगर कहीं कोई हिजाब पहनकर स्कूल में आता है तो प्रतिबंध लगाया जाएगा। मध्यप्रदेश में स्कूल यूनिफार्म कोड के अनुसार ही बच्चों को आना होगा।

हम स्कूल यूनिफॉर्म कोड को लेकर काम कर रहे हैं, मंत्री परमार का यह बयान आने के 24 घंटे के भीतर ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आया है। मिश्रा ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान को दरकिनार करते हुए कहा कि मध्यपदेश सरकार के पास अभी ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई भ्रम की स्थिति ना रहे। मध्यप्रदेश में कोई विवाद की स्थिति नहीं है जहां का यह विवाद है वहां भी यह मामला न्यायालय में लंबित है।

स्कूल खोलने पर भी दोनों मंत्रियों ने काटी थी एक दूसरे की बात 

26 जनवरी– स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने अपने बयान में कहा कि 31 जनवरी के बाद स्कूल को खोलना या बंद रखना कोरोना वायरस की स्थिति पर निर्भर करता है। कोरोना वायरस का प्रभाव कम हुआ तो स्कूल खुल भी सकते हैं, अगर प्रभाव ऐसा ही रहा या बढा तो स्कूल फिर नहीं खोले जाएंगे, समय पर समीक्षा करेंगे फिर तय करेंगे कि स्कूल खोले जाएं या नहीं मुझे नहीं लगता कि 31 जनवरी को स्कूल खोलने की सही स्थिति होगी।

27 जनवरी– को शिक्षा मंत्री परमार का बयान आने के अगले दिन बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आ गया। गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 30 या 31 जनवरी को कोरोनावायरस की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे, सब कुछ उसी में तय होना है।
27 जनवरी गृहमंत्री मिश्रा का बयान सामने आने के 8 घंटे के भीतर स्कूल शिक्षा मंत्री परमार का एक और बयान आया परमार ने कहा कि कोरोनावायरस बढ़ते ही जा रहा हैं। अभी की स्थिति में 1 फरवरी से स्कूल खोलना आसान नहीं है। एमपी बोर्ड की परीक्षाएं भी आगे बढ़ाई जा सकती हैं। मंत्री परमार ने कहा कि फरवरी के पहले सप्ताह में समीक्षा करेंगे, उसके बाद ही स्कूल खुलने और बंद रखने पर निर्णय लिया जाएगा,यह कोरोनावायरस को देखते हुए तय किया जाएगा।
कांग्रेस ने भी ली चुटकी, पूछा कौन सही और कौन गलत
हिजाब को लेकर गृहमंत्री का बयान सामने आने के बाद कांग्रेस भी इस मामले में मैदान में आ गई है। कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने चुटकी ली है सलूजा ने ट्वीट किया कि मध्यप्रदेश में विभिन्न मुद्दों पर मंत्रियों के अलग-अलग सुर रोज देखने में आते हैं, अब हिजाब को लेकर स्कूली शिक्षा मंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री का बयान आया, और अब सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री का बयान भी अलग। सही कौन और गलत कौन, अब अधिकृत निर्णय बेटियों के मामाजी ही सुनाएंगे।
Source:dainik bhaskar
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