उमरिया/चंदिया (संवाद)। नौगजा उर्स कमेटी के द्वारा कथली नदी की सफाई के बाद अब विधायक शिवनारायण सिंह नींद से जागे हैं, और कथली नदी की सफाई करने दल-बल के साथ नदी में उतरे हैं।
बता दें कि जिले के चंदिया नगर में बीते दिन नगर की जीवनदायिनी कथली नदी की सफाई नौगजा उर्स कमेटी के द्वारा नदी की सफाई की गई। जिसमे नदी में मौजूद कचरा, जलकुंभी आदि को नदी से बाहर किया गया। वहीं कीचड़ में तब्दील नदी नदी से कीचड़ हटाकर उसके प्रवाह को प्रवाहित किया गया है। इसके अलावा नदी के घाटों को भी साफ सुथरा किया गया है।
जिसके बाद अब नदी के सफाई के लिए क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह की नींद खुली है और आज सुबह अपने दल बल के साथ कथली नदी की सफाई करने पहुंचे हैं। उनके साथ जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, भाजपा नेता व स्थानीय निवासी चंद्रप्रकाश द्विवेदी, भाजपा नेता रामनारायण पयासी, थाना प्रभारी चंदिया राघवेंद्र तिवारी, सीएमओ आनंद श्रीवास्तव, भरत अग्रवाल, नंद किशोर पुरोहित, राकेश शर्मा, अशोक अग्रवाल, शुभम तिवारी, अखिल अग्रवाल, दिनेश पांडे, भरत पुरोहित, सुजल तिवारी, गौरव वर्मा, अजय शुक्ला, शिवम यादव, संजय यादव, राकेश यादव, गोविंद यादव, सहित अन्य तमाम लोग शामिल थे।

चूंकि कथली नदी चंदिया नगर की एकमात्र नदी है। वही इस नदी से पूरा निस्तार आदि करता है। वही नदी के पुण्य प्रताप के कारण इसकी पूजा भी की जाती है। जिस कारण पूरे नगर के लोगों की आस्था भी इससे जुड़ी है। इस लिहाज से नगरीय निकायों के चुनाव में भी यह नदी सफाई अभियान और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उर्स कमेटी के द्वारा नदी सफाई का अभियान भले ही महज नदी की सफाई करना रहा हो, लेकिन विधायक शिवनरायण सिंह के द्वारा नदी की सफाई में अपने प्रशासनिक और राजनीतिक दल बल के साथ नदी की सफाई करना चुनावी स्टंट की ओर इशारा करता है।
इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि विधायक शिवनारायण सिंह बस की बात नही है बल्कि पूरी भाजपा का यही रवैया है। जब चुनाव नजदीक होता है तब इन्हें जनता और क्षेत्र की याद आती है, फिर ये कहीं नदी सफाई करने लगते है तो कही भूमिपजन का दौर शुरू हो जाता है। चुनाव जीतने के बाद ये लोग सिर्फ लूटने का काम करते है।

वहीं ऐतिहासिक कथली नदी का एक ऐतिहासिक पुण्य प्रताप भी है,जिसे आज भी लोग मानते हैं। इसके बारे में कहते हैं कि कथनी नदी का ऐसा पुण्य प्रताप है कि जो भी लोग चर्मरोग से संबंधित असाध्य रोग से ग्रसित होते हैं, वह लोग इस नदी में नहाते हैं और पहनने बिछाने ओढ़ने आदि के वस्त्र यहां पर फेंक जाते हैं उनके ऐसा करने से उनकी समस्या और रोग दूर हो जाता है।