राशन दुकान से ग्रामीणों को बांटा गया सड़ा गेंहू,गरीबो के निवाला पर कोटेदार ने डाला डांका, मंत्री सुश्री मीना सिंह ने एसडीएम को दिए जांच के निर्देश

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उमरिया (संवाद)। जिले के ग्राम मझोखर में सरकारी राशन दुकान से गरीबो को दिए जाने वाले राशन में दुकान संचालक के द्वारा हेराफेरी का मामला सामने आया है। राशन के नाम पर दुकान संचालक ने ग्रामीणों को सड़ा हुआ गेंहू बांटा है। जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर उन्होंने एसडीएम को दिए जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश।खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार सालभर से गेंहू का नही हो रहा आवंटन फिर कैसे बांट दिया गेंहू, कोटेदार ने हितग्राहियों के चावल की हेराफेरी कर पुराने स्टॉक का सड़ा गेंहू बांट दिया ग्रामीणों को। उमरिया जिले के जनपद पंचायत मानपुर अंतर्गत ग्राम मझोखर में खाद्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां गांव में ग्रामीणों को सरकारी राशन की दुकान से खाद्यान्न के रूप में सड़ा गेंहू वितरित किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि राशन दुकान संचालक के द्वारा नियमित रूप से खाद्यान्न प्रदान नही किया जाता है। बीते 25 मार्च को जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने गांव का दौरा किया जिसमें ग्रामीणों ने खाद्यान्न न मिलने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद मंत्री के आदेश के बाद आनन फानन में दुकान संचालक ने ग्रामीण हितग्रहियों को दो माह बाद राशन तो दिया लेकिन सड़ा हुआ गेंहू बांट दिया है। गांव की जनता का कहना है कि यह सड़ा हुआ अनाज तो जानवर भी नही खा सकते फिर हम इंसान कैसे खाएंगे। बांटे गए खाद्यान्न की असलियत गेंहू को देखकर लगाई जा सकती है जो पूरी तरह से सड़ा हुआ और घुना हुआ है।ग्राम मझोखर की राशन दुकान से सड़ा गेंहू बांटने के मामले में विभाग के अधिकारी भी हैरान है। चूंकि उमरिया जिला ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में बीते एक साल से सरकारी राशन की दुकानों में गेंहू का आवंटन ही नही जारी किया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने एसडीएम को जांच करने निर्देशित किया है। हालांकि की खाद्य विभाग के अधिकारी इस मामले में खाद्य सहकारिता और राजस्व की संयुक्त टीम से जांच कराकर शीघ्र कार्यवाही का भरोसा दे रहे हैं। इस मामले में आरोप यह भी है राशन दुकान संचालक द्वारा आबंटित चावल को बाजार में बेच दिया गया है और पुराने स्टॉक का सड़ा गेंहू ग्रामीणों को बांटा गया है।ग्राम मझोखर में सरकारी राशन की दुकान में गड़बड़ी का यह कोई पहला मामला नही है। इसके पूर्व भी खाद्य विभाग के भ्रष्ट राशन दुकान संचालकों ने ग्रामीणों के हक का राशन गबन करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। देखना होगा कि मामले पर जागा खाद्य विभाग जनता के हक के राशन में डाका डालने वाले दुकान संचालक के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है।
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