संवाद टीम। दरअसल कुछ दिनों पहले कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के द्वारा विस्टा रेत कंपनी के द्वारा अनेकों जगह मुख्य सड़क में लगाए गए अवैध रूप से नाको को हटाने का निर्देश दिया था। जिसके बाद से विस्टा कंपनी ने उमरिया जिले में काम कर रही आर एस आई वर्ल्ड स्टोन कंपनी को टारगेट में लिया है।
कुछ दिनों पहले विस्टा से जुड़े कुछ लोगों के द्वारा उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव व खनिज विभाग की खनिज अधिकारी के पास एक शिकायती पत्र देकर कार्यवाही करने का दबाव बनाया जा रहा था। चूंकि उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के रहते हुए जिले में कोई भी अवैध व गैर कानूनी कार्य कर पाना संभव नहीं है, क्योंकि उनके द्वारा लगातार कार्यवाही भी की जाती रही है, और जिले के लोग बखूबी उनकी कार्यशैली से परिचित हैं। रही बात बफर और वन विभाग की तो रेत खदानों की नीलामी से पहले इनके द्वारा एनओसी जारी की गई थी, जिसके बाद रेत खदान घोषित हुई हैं। फिर भी कलेक्टर के द्वारा शिकायत की जांच कराने की बात कही थी। लेकिन विस्टा कंपनी के लोगों के द्वारा जांच का इंतजार ना करके अब मीडिया-मीडिया कर जिला प्रशासन पर दबाव बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विस्टा का तांडव पूरे प्रदेश में है जगजाहिर
जानकारी के मुताबिक कटनी जिले में विस्टा कंपनी को रेत के उत्खनन का ठेका दिया गया था। जिसके बाद से विस्टा के द्वारा अनेकों जगहों पर अवैध उत्खनन किया गया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा और इको सेंसेटिव जोन जाजागढ़ में बीते लगभग 2 साल से बगैर घोषित खदान के अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जाजागढ़, इको सेंसेटिव जोन होने के बावजूद नदी के बीच में बड़ी-बड़ी मशीनें उतारकर नदी के स्वरूप को बिगाड़ गया जिससे बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के वन्यप्राणियों एवं पर्यावरण पर बुरा असर पड़ा है।
सरकार भी कटघरे में
जानकारी के मुताबिक अवैध उत्खनन करने में विस्टा का तांडव पूरे कटनी जिले में देखने को मिला है,और लगातार इस बात की चर्चा की जा रही थी कि जिले में जिस प्रकार बिना किसी भय व बे रोक-टोक के अवैध उत्खनन किया जा रहा है,जिससे सरकार भी कटघरे में आ गई थी।
बखूबी कर रहे मीडिया का इस्तेमाल
जानकारी के मुताबिक जब विस्टा रेत कंपनी के लोंगों के द्वारा की गई शिकायत में त्वरित कार्यवाही नही हुई, और कलेक्टर ने जांच कराने की बात कही,जिसके बाद वे लोग जांच का इंतजार ना करके इनके द्वारा मीडिया के माध्यम से प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है, और जिले के बाहर से तथ्यहीन समाचारों को प्रकाशित कराया जा रहा है।