उमरिया (संवाद)। भारत के पूर्व राष्ट्रपति और शिक्षाविद, भारतरत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 17 अप्रैल को उनकी पुण्यतिथि पर नमन किया है।
इस दौरान युवाओं और छात्र- छात्राओं ने पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्रों पर माल्यार्पण और पुष्पाजंलि अर्पित कर उन्हें याद कर उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया।
जिला कार्यसमिति सदस्य भाजपा उमरिया पवन सम्भर ने कहा है कि डॉ. राधाकृष्णन जी ने एक आदर्श शिक्षक के रूप में अपने जीवन में भी शिक्षा के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता को निभाया। वे शिक्षा को एक मिशन मानते थे। उन्होंने समाज, धर्म और दर्शन का गहरा अध्ययन किया और कई पुस्तकंे लिखीं। डॉ. राधाकृष्णन की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें संविधान निर्मात्री सभा का सदस्य बनाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. राधाकृष्णन अपने पीछे ज्ञान और शिक्षा की अमूल्य धरोहर छोड़ गए हैं। उनके ज्ञानमूल्य भावी पीढ़ी को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।

टीम लीडर हिमांशू तिवारी ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद की गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाया। उनका कार्यकाल 13 मई, 1962 से 13 मई, 1967 तक रहा। उनका नाम भारत के महान् राष्ट्रपतियों की प्रथम पंक्ति में सम्मिलित है, उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के लिए सम्पूर्ण राष्ट्र इनका सदैव ऋणी रहेगा। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के ज्ञानी, एक महान् शिक्षाविद, महान् दार्शनिक, महान् वक्ता होने के साथ ही साथ विज्ञानी हिन्दू विचारक थे। डॉक्टर राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किए थे। वह एक आदर्श शिक्षक थे। उन्हें नमन करते समय जिला कार्यसमिति सदस्य उमरिया पवन सम्भर, युवा हिमांशु तिवारी, जयप्रकाश साहू,छात्रा गायत्री साहू,साक्षी कोल,ज्योति कोल, हर्ष सम्भर, शिवानी बर्मन, लष्मी सिंह, पूजा परास्ते,महेंद्र तिवारी,ऋषभ त्रिपाठी एवं सभी उपस्थित रहे।