भाजपा को बड़ा झटका: बीजेपी के कद्दावर और पूर्व में राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त नेता ने की कांग्रेस की ज्वाइन,कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिलाई सदस्यता

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एमपी (संवाद) मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों पूर्व राजनीतिक उठापटक जोरों पर है। जहां नेताओं के द्वारा विधानसभा चुनाव में टिकट की स्योर्टी नहीं होने के चलते इधर से उधर दल बदल रहे हैं। इसके पहले भी कई नेता बीजेपी को छोड़ कांग्रेस में चले गए, तो कई नेता कांग्रेस पार्टी का छोड़ बीजेपी ज्वाइन की है। यहां पर भी विधानसभा की टिकट नहीं मिलते देख बीजेपी के कद्दावर और पूर्व में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नेता अवधेश नायक ने आज रविवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसी के साथ सागर जिले के सुरखी से राजकुमार सिंह धनोरा ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया है। मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी की पत्नी शायर अंजुम रहबर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है।

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एमपी (संवाद) मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों पूर्व राजनीतिक उठापटक जोरों पर है। जहां नेताओं के द्वारा विधानसभा चुनाव में टिकट की स्योर्टी नहीं होने के चलते इधर से उधर दल बदल रहे हैं। इसके पहले भी कई नेता बीजेपी को छोड़ कांग्रेस में चले गए, तो कई नेता कांग्रेस पार्टी का छोड़ बीजेपी ज्वाइन की है। यहां पर भी विधानसभा की टिकट नहीं मिलते देख बीजेपी के कद्दावर और पूर्व में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नेता अवधेश नायक ने आज रविवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इसी के साथ सागर जिले के सुरखी से राजकुमार सिंह धनोरा ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया है। मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी की पत्नी शायर अंजुम रहबर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है।दरअसल मध्य प्रदेश में आगामी अक्टूबर नवंबर माह में विधानसभा के चुनाव होना है ऐसे में नेता पार्टी में अपनी स्थिति और विधानसभा की टिकट नहीं मिल पाने के कारण इधर उधर भाग रहे हैं। वही राजनीतिक पार्टियां भी नेताओं को अपने दल में शामिल करने के लिए होड़ मचा रखी है। फिर चाहे वह बीजेपी हो या कांग्रेस को भी पार्टी इस मामले में काम नहीं है। हालांकि कांग्रेस ज्वाइन किए इन तीनों नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी समय से चल रही थी। जिन्हें आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मौजूदगी मैं कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई है।कांग्रेस में शामिल हुए बीजेपी के कद्दावर पूर्व में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नेता अवधेश नायक मध्य प्रदेश के दतिया जिले से आते हैं  इसके पूर्व में भी वह मध्यप्रदेश शासन में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।साल 2008 में वह उमा भारती की जनशक्ति पार्टी से बीजेपी के उम्मीदवार नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़े थे। हालांकि उस चुनाव में भी जीत नरोत्तम मिश्रा की  हुई थी। बाद में अवधेश नायक ने बीजेपी ज्वाइन कर लिए थे।साल 2016 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अवधेश नायक को मध्य प्रदेश पाठ्यपस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था। उनके द्वारा साल 2018 में बीजेपी की तरफ से दावेदारी की गई थी, लेकिन किन्ही कारणवश बस उन्हें टिकट नहीं मिला। इस बार के चुनाव में भी वह बीजेपी से टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन उन्हें टिकिट मिलने के आसार दिखाई नहीं देने पर वह कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं। कांग्रेस पार्टी के द्वारा भी अवधेश नायक को कांग्रेस ज्वाइन कराकर उन्हें दतिया से गृहमत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ाने का उम्मीदवार मिल गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश में आगामी अक्टूबर नवंबर माह में विधानसभा के चुनाव होना है ऐसे में नेता पार्टी में अपनी स्थिति और विधानसभा की टिकट नहीं मिल पाने के कारण इधर उधर भाग रहे हैं। वही राजनीतिक पार्टियां भी नेताओं को अपने दल में शामिल करने के लिए होड़ मचा रखी है। फिर चाहे वह बीजेपी हो या कांग्रेस को भी पार्टी इस मामले में काम नहीं है। हालांकि कांग्रेस ज्वाइन किए इन तीनों नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें काफी समय से चल रही थी। जिन्हें आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मौजूदगी मैं कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई है।
कांग्रेस में शामिल हुए बीजेपी के कद्दावर पूर्व में राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नेता अवधेश नायक मध्य प्रदेश के दतिया जिले से आते हैं  इसके पूर्व में भी वह मध्यप्रदेश शासन में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।साल 2008 में वह उमा भारती की जनशक्ति पार्टी से बीजेपी के उम्मीदवार नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़े थे। हालांकि उस चुनाव में भी जीत नरोत्तम मिश्रा की  हुई थी। बाद में अवधेश नायक ने बीजेपी ज्वाइन कर लिए थे।
साल 2016 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अवधेश नायक को मध्य प्रदेश पाठ्यपस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था। उनके द्वारा साल 2018 में बीजेपी की तरफ से दावेदारी की गई थी, लेकिन किन्ही कारणवश बस उन्हें टिकट नहीं मिला। इस बार के चुनाव में भी वह बीजेपी से टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन उन्हें टिकिट मिलने के आसार दिखाई नहीं देने पर वह कांग्रेस पार्टी में चले गए हैं। कांग्रेस पार्टी के द्वारा भी अवधेश नायक को कांग्रेस ज्वाइन कराकर उन्हें दतिया से गृहमत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़ाने का उम्मीदवार मिल गया है।
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