नेपियर घास है बहुत उपयोगी, मानपुर के डोडका में लगाया गया प्रोटीन युक्त चारा

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उमरिया (संवाद)। जिले के जनपद पंचायत मानपुर के ग्राम पंचायत डोडका में गौशाला परिसर के पास कार्यचारी एजेंसी ग्राम पंचायत द्वारा नेपयिर घास (Napier Grass) उगाने में महत्वपूर्ण उपयोगी सफलता हासिल की जाकर अन्य ग्राम पंचायतों के लिए मिशाल कायम की गई है।जिसकी सराहना प्रदेश स्तर पर की जा रह है। किये गये कार्य एवं सफलता का विवरण में-कार्य का नाम-चारा गाह विकास डोडका,कार्य की स्वीकृत वर्ष-2020-21,योजना का नाम-म0प्र0 राज्या रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) कार्य की स्वीकृत राशि -7.92,कार्य का एरिया 2.5 एकड़ है।
यह चारा पशुओ के लिये उपयुक्त चारा है इसमे दुधारू पशु के अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है इसका निर्माण करने से गांव के किसान अपने पशु के लिए चारा खरीद कर ले जाते हैं जिससे पशु को चारा भी मिल जाता है और दूध की मात्रा भी बढ़ जाती है इसके सांथ मुनगा की भी खेती की गई जिससे पशुओं के लिये कैल्सियम की भी पूर्ति होती हैं यह चारा गाह गौशाला परिसर के पास बना है गौशाला में पाले जाने वाले पशुओं को भी चारा उपलब्ध होगा और यह चार बहुत कम कीमत में उपलब्ध हो जाता है अभी वर्तमान में इसकी कीमत 3 रुपये प्रति किलो के मान से मिल जाता है जो सूखा भूसा से भी कम कीमत में हो जाता है इस घाँस को तैयार करने में बहुत समस्या नही आती हैं और बहुत कम लागत में तैयार हो जाता है।
• नेपियर घास उगाने से अगले 3 साल तक नहीं होगी हरे चारे की समस्या
आज के समय में पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस कारण हरा चारा मिलने में भी दिक्कत होने लगी है. इस समस्या के कारण गुणवत्तापरक हरे चारे की कमी का समाधान ढूंढ़ने के लिए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान काफी समय से शोध कर रहें थे, जो कि कुछ माह पहले सफल हुई है. ।
• नेपयिर घास की खासियत (Features of Napier Grass)
इसे शंकर हाथी घास के नाम से भी जाना जाता है. इसकी  खासियत यह है कि अगर आप इस घास को 1 बार लगाते हैं, तो इसे आपको अगले 3 साल तक हरा चारा मिलता रहेगा. आप इसकी 25 दिन के अंतराल में कटाई कर सकते हैं. इस घास को पहली बार लगाने पर लगभग 45 दिन का समय लगता है, जबकि घास तैयार होने में उसके बाद 25 दिन का ही समय लगता है. इस तरह घास कटाई का सर्कल चलता रहता है.
• गर्म और आर्द्रता जलवायु है उपयुक्त  (Hot and humid climate is suitable)
इस घास की वृद्धि की प्रारंभिक अवस्था (preliminary stage) में 12 से 14 प्रतिशत शुष्क पदार्थ मौजूद  होता है. इसमें औसतन 7 से 12 प्रतिशत तक प्रोटीन, 34 प्रतिशत रेशा और कैल्शियम व फास्फोरस 10.5 प्रतिशत  पाया जाता है. इस घास को गर्म और आर्द्रता वाले क्षेत्रो में आसानी से उगाया जा सकता है. यह ज्यादा वर्षा और ज्यादा ठंडे क्षेत्र में नहीं उग पाती है. मौजूदा समय में पशुओं की संख्या ज्यादा बढ़ रही है, इसलिए नेपियर घास इस समस्या को दूर करने के लिए अहम भूमिका निभा रही है।

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