◆ कलेक्टर प्रियांक मिश्रा ने जिले के समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं थाना प्रभारियों को दिये निर्देश
कटनी (संवाद)। जिला खनिज अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि जिले में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देश पर खजिनों के अवैध खनन, परिवहन एवं बिना अनुमति स्थापित रेत नाकों के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई है। साथ ही बड़वारा तहसील अंतर्गत विलायतकला मोड़ एवं रुपौंध स्टेशन के समीप बिना अनुमति स्थापित नाकों को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।
वहीं बिना अनुमति नाका स्थापित किया जाना पाये जाने पर जिले के रेत ठेकेदार मेसर्स विस्टा सेल्स प्राईवेट लिमिटेट को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जाने की कार्रवाई भी प्रचलन में है। इस संबंध में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारियों, तहसीलदार एवं समस्त थानों के थाना प्रभारियों को 10 फरवरी 2022 को निर्देशित किया गया है कि नियम विरुद्ध स्थापित नाके पाये जाने एवं अन्य कोई अनियमितता पाये जाने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें।
विस्टा को अवैध उत्तखनन करने की है खुली छूट
गौरतलब है कि पिछले एक साल से रेत कंपनी विस्टा सेल्स प्रायवेट लिमिटेड के द्वारा बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की सीमा से लगे जाजागढ़ से दिनरात बड़ी बड़ी मशीने लगाकर रेत का अवैध उत्तखन किया जा रहा था,लेकिन तब किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न किया जाना कटनी जिला प्रशासन,खनिज विभाग व वन विभाग सवालों के घेरे में था। जबकि लगातार मीडिया के माध्यम से जिम्मेदारों को आईना दिखाने का काम किया जाता रहा है, तब जिम्मेदार अपनी आंखों व कानो में पट्टी लगाए हुए थे।
जिले के सफेदपोशों का खुला संरक्षण
जानकारी के मुताबिक जिले के सफेद लिबादे ओढे सत्तादल के लोग रेत कंपनी से सांठ-गांठ कर जिले में तमाम जगह रेत का अवैध उत्तखनन कराने में कंपनी को खुला संरक्षण दिया गया था। इतना ही नही जानकारी यह भी आ रही थी कि सत्तादल के एक कद्दावर नेता व विधायक की भी भूमिका इस पूरे अवैध उत्तखनन शामिल थी। लिहाज उनके रुतबे और दबाव के कारण जिले के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी के लिए विस्टा के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत जुटा पाना मुश्किल है।
जिला प्रशासन के लिए विस्टा का अवैध उत्तखनन बना चुनौती
जिला प्रशासन के द्वारा विस्टा कंपनी द्वारा लगाए गए बैरियर को हटाने संबंधी निर्देश के अलावा कंपनी के द्वारा लगतार किये जा रहे अवैध रेत का उत्तखन जिला प्रशासन के लिए चुनौती से कम नही है। कंपनी के द्वारा तमाम नदी नालों के स्वरूप को बिगाड़ा गया है, बीच नदी में पोकलेन मशीने लगाकर वन क्षेत्र से अवैध रेत की खुदाई की गई है, जिसका उदाहरण बांधवगढ़ की सीमा में जाजागढ़ क्षेत्र में विस्टा का तांडव देखा जा सकता है।