जयसिंहनगर इलाके में जंगली हाथियों के आतंक से राहत नहीं
शहडोल (संवाद)। जिले के जयसिंहनगर इलाके में जंगली हाथियों के आतंक से राहत मिलने से रही। यहां बीती रात दो जँगली हाथियों के दल ने ग्रामीणों के घरों को निशाना बनाया है। जयसिंहनगर क्षेत्र के वन चाचर बीट की घटना बताई जा रही है,जहा अलग-अलग दो हाथियों के दल जिसमें एक दल में 9 हाथी और दूसरे दल में 12 हाथी बताए जा रहे हैं ग्रामीणों को घरों को तहस-नहस कर दिया है वही दूसरे दल ने ग्रामीणों की फसलें, उनके पेड़ पौधों को नुकसान पहुंचाया है।
इस इलाके में जंगली हाथी लगातार दर्जनों गांव में आतंक फैलाए हुए है। हाथियों के कारण पूरे इलाके में दहशत है। इस क्षेत्र के लोगों के मन में डर बना रहता है कि कब जंगली हाथी उन्हें अपना निशाना न बना लें, और उनके घरों को तोड़ ना दें।
जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में जंगली हाथियों का एक दल लगभग 20 से 25 दिन पहले छत्तीसगढ़ से जनकपुर के रास्ते जयसिंह नगर के जंगलों में पहुंचा था तभी से लगातार इस पूरे क्षेत्र में सैकड़ों हजारों एकड़ फसलों को चौपट कर चुके हैं। बीते 15 दिन पहले जैसीनगर और अमझोर परिक्षेत्र इलाके में बाँसा गांव में जंगली हाथियों ने 2 दिन में 5 लोगों को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था।
बताया गया कि 2 दिन पहले 1 दिन पति पत्नी महुआ बीनने गए थे तभी वहां जंगली हाथियों से सामना हो गया हाथियों ने दोनों को कुचल कर मार दिया था उसके दूसरे दिन भी इसी इलाके से महुआ बीनने गए 3 लोगों को हांथियों ने कुचल दिया इस तरह 5 लोगों की मौत के बाद पूरे इलाके में भय का माहौल है।
जंगली हाथियों के द्वारा ग्रामीणों को खेती को तबाह कर दिया वहीं उनके पेड़ पौधों को भी नष्ट कर रहे हैं इसके अलावा दर्जनों ग्रामीणों के घर को भी तहस-नहस कर दिया है। ग्रामीणों के साथ बड़ी समस्या यह की जंगली हाथी की चौकसी कर रहे वन विभाग और प्रशासन ग्रामीणों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहा है वही रात में जंगली हाथी ग्रामीणों के घरों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। हालांकि विभाग व प्रशासन के संयुक्त प्रयास हाथियों की लगातार चौकसी की जा रही है और यह प्रयास किया जा रहा है कि ग्रामीणों के जानमाल का किसी भी प्रकार का नुकसान ना हो।