बड़वानी (संवाद)। मध्य प्रदेश के रिश्वतखोर ओं की लंबी फेहरिस्त में अब एक जनपद सीईओ और उसके अधीनस्थ कर्मचारी का नाम जुड़ गया है। जिन्हें लोकायुक्त की टीम के द्वारा रिश्वत की राशि 15 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इनके द्वारा सेवानिवृत्त कर्मचारी से उसके जीपीएफ निकालने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी।
दरअसल पूरे प्रदेश में रिश्वतखोर और भ्रष्टाचार अधिकारियों के नामों की लिस्ट खत्म हो ही नहीं रही है। एक के बाद एक अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा रिश्वतखोरी का मामला सामने आ रहा है। इसी क्रम में बड़वानी जिले के जनपद पंचायत पाटी में पदस्थ सीईओ रवि मुबेल और उसके अधीनस्थ कर्मचारी संतोष चंदेल सहायक ग्रेड 3 के द्वारा फरियादी सेवानिवत्र अफसर खान निवासी धर्मपुरी जिला धार से उसके जीपीएफ निकालने के लिए 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। जिससे परेशान होकर फरियादी ने पूरे मामले की शिकायत विपुस्था लोकायुक्त इंदौर से कर दी।
फरियादी अफसर खान की शिकायत की जांच लोकायुक्त टीम के द्वारा की गई और जांच सही पाए जाने पर रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया गया फरियादी के द्वारा जैसे ही आज 28 जुलाई को रिश्वत की राशि 15 हजार रुपए जनपद कार्यालय के बाबू संतोष चंदेल को दी गई उसके तुरंत बाद लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्यवाही कर दी।
फरियादी ने बताया कि सीईओ रवि मुबेल के द्वारा रिश्वत की राशि कार्यालय की बाबू संतोष चंदेल को देने के लिए कहां गया था इसलिए रिश्वत की राशि 15 हजार संतोष चंदेल के हाथों में दिया गया था। जिसे लोकायुक्त की टीम के द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित कैंटीन में रिश्वत की राशि सहित रंगे पकड़े जाने पर जनपद पंचायत पार्टी के बाबू संतोष चंदेल और जनपद सीईओ रवि मुवेल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।