कौशल विश्वकर्मा, एडिटर इन चीफ। 9893833342
A sensational case of demanding bribe from an employee of his own department, posted in the Agriculture Department of the district, has come to the fore. In which the audio of the Deputy Director Agriculture Department asking a contract worker openly asking for bribe in mobile for commission in lieu of funds has gone viral. On mobile, Deputy Director Ramkhelawan can be heard talking of demanding bribe from that employee, apart from this, they also want to burp the share of SDO. A complaint has also been made by the employee in this regard to the Collector, in which the Collector has now asked to get the inquiry done.
उमरिया (संवाद)। जिले के कृषि विभाग में पदस्थ उप संचालक अपने ही विभाग के एक कर्मचारी से रिश्वत मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें उपसंचालक कृषि विभाग एक संविदा कर्मी से फंड के एवज में कमीशन को लेकर मोबाइल में खुलकर रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है। मोबाइल पर उपसचालक रामखेलावन के द्वारा उस कर्मचारी से रिश्वत मांगने की बातचीत को सुना जा सकता है इसके अलावा इनके द्वारा एसडीओ के हिस्से को भी डकारना चाहते हैं। कर्मचारी के द्वारा इस संबंध में एक शिकायत भी कलेक्टर को की गई है, जिसमें अब कलेक्टर जांच कराने की बात कही है।

उमरिया (संवाद)। जिले के कृषि विभाग में पदस्थ उप संचालक अपने ही विभाग के एक कर्मचारी से रिश्वत मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें उपसंचालक कृषि विभाग एक संविदा कर्मी से फंड के एवज में कमीशन को लेकर मोबाइल में खुलकर रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है। मोबाइल पर उपसचालक रामखेलावन के द्वारा उस कर्मचारी से रिश्वत मांगने की बातचीत को सुना जा सकता है इसके अलावा इनके द्वारा एसडीओ के हिस्से को भी डकारना चाहते हैं। कर्मचारी के द्वारा इस संबंध में एक शिकायत भी कलेक्टर को की गई है, जिसमें अब कलेक्टर जांच कराने की बात कही है।उमरिया जिले में कृषि विभाग के कर्ताधर्ता यानि उपसंचालक रामखेलावन डेहरिया विभाग के एक अदने से कर्मचारी यानि डाटा एंट्री आपरेटर से किस तरह कमीशन की बात कर रहे है इससे उनकी असलियत खुद ब खुद बंया हो जाती है ऑडियो वायरल करने वाला कर्मचारी उपसंचालक से प्रताड़ित है जिसकी उसने लिखित शिकायत भी की थी पहले सुनिए उपसंचालक महोदय को जो ईमानदारी का चोला ओढ़कर कमीशन के लिए बेशर्मी कर रहे है। (शिकायतकर्ता रामगोपाल चतुर्वेदी,रज्जन)शिकायतकर्ता रामगोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि उपसंचालक रामखेलावन देहरिया के द्वारा मेरे ऊपर पैसा मांगने का दबाव बनाया जा रहा है उस संचालक के द्वारा कहा गया कि तुम निरीक्षक के साथ रहते हो इसलिए दुकानदारों से शिष्टाचार की फीस वसूल करो इसके अलावा शासकीय रूप से जो पैसा कृषक हितेषी योजनाओं में कृषक संगोष्ठी जैसे कार्यों को करने के लिए दिया जाता है उसमें भी उनके द्वारा 50% कमीशन की मांग की जाती है, और इस बात के कई बार मौखिक और मोबाइल के माध्यम से दबाव बनाया जाता है। जबकि वह बताया कि इस तरह के कार्यों के लिए वह जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है, बल्कि विभाग के निरीक्षक और एसएडीओ तैनात हैं।इसके अलावा कोरोना काल की बिलिंग में हिस्से से लेकर नये बजट में कमीशन और पिछला हिसाब चूकती करने को लेकर है साहब अपने हिस्से के साथ एसडीओ का हिस्सा भी डकारना चाहते है, और बिल बाउचर सीधे अपने पास मंगा रहे है।बहरहाल सोशल मीडिया में ऑडियो वायरल होते ही और संविदाकर्मी कर्मचारी रामगोपाल उर्फ रज्जन चतुर्वेदी के कलेक्टर को किये गए लिखित शिकायत के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के द्वारा जाँच कराकर कार्यवाही करने की बात कही गई है। (राम खेलावन डेहरिया,उपसंचालक कृषि विभाग)बता दे कि जिले में कमीशन खोरी का खेल केवल कृषि विभाग भर में नहीं है, बल्कि हर विभागों में यही खेल चल रहा है। हां यह जरूर है कि कृषि विभाग के उपसंचालक के द्वारा कमीशन खोरी की बात सबके सामने आ गई, नहीं तो जिले में यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। यह मामला सामने आने की कई वजहें भी हैं, लेकिन जो समझ में आता है, वह यह कि उपसंचालक रामखेलावन देहरिया के द्वारा विभाग में कार्यरत अन्य जैसे एसडीओ,निरीक्षक आदि का कमीशन खुद डकारना चाहते हैं जिसके कारण सभी ने मिलकर उनके इस कारनामे को एक्सपोज कर दिया। नहीं तो सभी को रिश्वत का उनको बराबर हिस्सा मिलते रहता तो शायद ही यह कमीशन खोरी का मामला सामने आ पाता। “कहावत भी है कि अपने हिस्से पर ही कायम रहो दूसरों के हिस्से को डकारने की कोशिश की तो ऐसे ही अंजाम भुगतने पड़ेंगे!”
उमरिया जिले में कृषि विभाग के कर्ताधर्ता यानि उपसंचालक रामखेलावन डेहरिया विभाग के एक अदने से कर्मचारी यानि डाटा एंट्री आपरेटर से किस तरह कमीशन की बात कर रहे है इससे उनकी असलियत खुद ब खुद बंया हो जाती है ऑडियो वायरल करने वाला कर्मचारी उपसंचालक से प्रताड़ित है जिसकी उसने लिखित शिकायत भी की थी पहले सुनिए उपसंचालक महोदय को जो ईमानदारी का चोला ओढ़कर कमीशन के लिए बेशर्मी कर रहे है।

(शिकायतकर्ता रामगोपाल चतुर्वेदी,रज्जन)
शिकायतकर्ता रामगोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि उपसंचालक रामखेलावन देहरिया के द्वारा मेरे ऊपर पैसा मांगने का दबाव बनाया जा रहा है उस संचालक के द्वारा कहा गया कि तुम निरीक्षक के साथ रहते हो इसलिए दुकानदारों से शिष्टाचार की फीस वसूल करो इसके अलावा शासकीय रूप से जो पैसा कृषक हितेषी योजनाओं में कृषक संगोष्ठी जैसे कार्यों को करने के लिए दिया जाता है उसमें भी उनके द्वारा 50% कमीशन की मांग की जाती है, और इस बात के कई बार मौखिक और मोबाइल के माध्यम से दबाव बनाया जाता है। जबकि वह बताया कि इस तरह के कार्यों के लिए वह जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है, बल्कि विभाग के निरीक्षक और एसएडीओ तैनात हैं।
इसके अलावा कोरोना काल की बिलिंग में हिस्से से लेकर नये बजट में कमीशन और पिछला हिसाब चूकती करने को लेकर है साहब अपने हिस्से के साथ एसडीओ का हिस्सा भी डकारना चाहते है, और बिल बाउचर सीधे अपने पास मंगा रहे है।
बहरहाल सोशल मीडिया में ऑडियो वायरल होते ही और संविदाकर्मी कर्मचारी रामगोपाल उर्फ रज्जन चतुर्वेदी के कलेक्टर को किये गए लिखित शिकायत के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के द्वारा जाँच कराकर कार्यवाही करने की बात कही गई है।

(राम खेलावन डेहरिया,उपसंचालक कृषि विभाग)
बता दे कि जिले में कमीशन खोरी का खेल केवल कृषि विभाग भर में नहीं है, बल्कि हर विभागों में यही खेल चल रहा है। हां यह जरूर है कि कृषि विभाग के उपसंचालक के द्वारा कमीशन खोरी की बात सबके सामने आ गई, नहीं तो जिले में यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। यह मामला सामने आने की कई वजहें भी हैं, लेकिन जो समझ में आता है, वह यह कि उपसंचालक रामखेलावन देहरिया के द्वारा विभाग में कार्यरत अन्य जैसे एसडीओ,निरीक्षक आदि का कमीशन खुद डकारना चाहते हैं जिसके कारण सभी ने मिलकर उनके इस कारनामे को एक्सपोज कर दिया। नहीं तो सभी को रिश्वत का उनको बराबर हिस्सा मिलते रहता तो शायद ही यह कमीशन खोरी का मामला सामने आ पाता। “कहावत भी है कि अपने हिस्से पर ही कायम रहो दूसरों के हिस्से को डकारने की कोशिश की तो ऐसे ही अंजाम भुगतने पड़ेंगे!”
(DISCLAMER:इस वायरल ऑडियो की पुष्टि पंचायती संवाद नही करता है)