“ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट में चार दिन पहले हुई एक छात्र की मौत का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शुक्रवार को एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें विश्वविद्यालय से निष्कासित छात्र प्रोफेसर पीडी राय से मिलने पहुंचे थे। वायरल वीडियो 3 मिनट 24 सेकेंड का है जिसमें दिख रहा है कि कुछ छात्र प्रोफेसर के पास पहुंचते हैं लेकिन जैसे ही प्रोफेसर अपने चेंबर के अंदर जाते हैं वैसे ही वीडियो बना रहा छात्र मोबाईल छिपा लेता है और फिर कैमरा की स्क्रीन ब्लैक हो जाती है लेकिन उनके बीच हो रही बातचीत का ऑडियो साफ सुनाई दे रहा है। छात्र बार-बार प्रोफेसर से कह रहे हैं कि उनके विरुद्ध की गई निष्कासन की कार्रवाई गलत है और उन्हें वापस से विश्वविद्यालय में बहाल किया जाए। वहीं दूसरी आवाज़ प्रोफेसर पीडी राय की सुनाई देती है जिसमें वह कह रहे हैं कि यह कार्रवाई वाइस चांसलर के द्वारा की गई है इसलिए मैं कुछ नहीं कर सकता और आप लोग जल्द से जल्द हॉस्टल का रूम खाली कर दीजिए। इस दौरान छात्र कहता है कि यदि उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह जहर खाकर आत्महत्या कर लेगा। इस पर प्रोफेसर कह रहे हैं कि यह तुम्हारा शरीर है तुम्हें जो भी करना है करो….! “
सतना (संवाद) इस वायरल वीडियो में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। पंचायती संवाद इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन यह सच है कि छात्र पिछले 2 महीने से अपनी बहाली के लिए विश्वविद्याल प्रबंधन के चक्कर काट रहा था।
ये है मामला
दरअसल ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट में लगभग दो महीने पहले कुछ बाहरी युवकों और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ विवाद हो गया था। मामला पुलिस तक जा पहुंचा तो पुलिस ने दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर समझाईश दी और फिर उन्हें छोड़ दिया। लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चार छात्रों को निष्कासित कर दिया। जिसमें खरगोन जिला निवासी आदिवासी छात्र मादेश जामरे का नाम भी शामिल था। बीएससी कृषि संकाय के छात्र मादेश ने कई बार विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास जाकर उसे बहाल करने के लिए गुहार लगाया लेकिन जब प्रबंधन ने उसे बहाल नहीं किया तो 1 अप्रैल को छात्र मादेश जामरे ने फांसी के फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली।
मृतक के भाई का दावा
छात्र मादेश की मौत के बाद विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए विश्वविद्यालय की गेट पर तालाबंदी कर दी। वहीं साथ में पढ़ने वाले मृतक छात्र का भाई राजेश जामरे और राहुल जमरे का दावा है कि जिस विवाद की वजह से चार छात्रों को निष्कासित किया गया है उस झगड़े में मृतक मादेस शामिल ही नहीं था।
कांग्रेस नेता ने दी चेतवानी
छात्र की मौत के मामले में ग्रामोदय विश्वविद्यालय प्रबंधन के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस नेता चित्रकूट के पूर्व विद्यायक निलांशु चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। साथ ही चेतवानी दी है कि यदि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो वो धरना प्रदर्शन करेंगे।