एमपी (संवाद) मध्यप्रदेश कांग्रेस में अपने आप को सीएम का चेहरा मानकर चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे का यह बयान परेशान कर देने वाला साबित हो रहा है। जहां उन्होंने कहा कि अभी मध्यप्रदेश में कोई भी नेता सीएम प्रोजेक्ट नहीं है। विधानसभा चुनाव सभी नेता मिलकर लड़ेंगे और चुनाव नतीजों के उपरांत विधायकों की राय और राष्ट्रीय आलाकमान के निर्देश पर सीएम की घोषणा की जाएगी।
दरअसल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का समय बेहद नजदीक है बमुश्किल 7 महीने के भीतर चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। ऐसे में बीते दिनों कांग्रेास पर्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का एक बयान एमपी के कांग्रेस में तूफान मचा दिया है। गौरतलब है कि 2018 में बनी डेढ़ साल की कांग्रेस गवर्नमेंट के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस के मुख्यमंत्री सहित सभी प्रमुख पदों पर कांग्रेस नेता कमलनाथ विराजमान रहे।इसी के साथ डेढ़ साल बाद जब कांग्रेस की सरकार गिरी और भाजपा ने सरकार बनाई उसके बाद से भी लगातार अभी तक एमपी कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों रही है। लिहाजा 7 महीने में नवंबर 2023
मे होने वाले चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पूरी तरीके से आश्वत रहे हैं कि इस बार भी मुख्यमंत्री का चेहरा वही रहेंगे। लेकिन मल्लिका अर्जुन खरगे का बयान उनकी परेशानी को बढ़ा दिया है।
हालांकि उनके बयान मे किसी नेता का नाम नहीं लिया गया है लेकिन जब चुनाव का समय बिलकुल नजदीक है, ऐसे में उनका बयान उन नेताओं के लिए परेशानी खड़ा कर दिया है जिसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रहे थे। उनके बयान में कहा गया कि चुनाव से पहले सीएम के नाम की घोषणा करने मे पार्टी को बहुत सारी दिक्कतें आती हैं गुटबाजी बढ़ जाती है।नेता एक दूसरे की टांग खींचने मैं लगे रहते हैं।