अनूपपुर (संवाद)। मध्यप्रदेश में नेताओं की गरीब आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार और अमानवीयता देखी और सुनी जा रही थी। लेकिन अब जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। जहां अनूपपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ निर्माण कार्य देखने ग्राम पंचायत पहुंचे हुए थे। उस दौरान उनके द्वारा मुखिया को जूता मारने जैसी बात कही गई। वायरल वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि किस कदर सीईओ के द्वारा जूता मारने की बात कहीं जा रही हैं। हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि पंचायती संवाद नहीं करता है।
दरअसल अनूपपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह ओहरिया के द्वारा जिला अंतर्गत जैतहरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत मनोरा में किए जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे हुए थे इस दौरान वहां उपस्थित पंचायत के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे इस दौरान किसी बात को लेकर सीईओ जिला पंचायत अभयसिंह ओहरिया के द्वारा मुखिया को जूता मार कर भगा देने की बात कही गई वायरल वीडियो में साफ तौर पर सुना जा सकता है कि 1 जिले के वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा किस कदर एक मुखिया को सरेआम गाली दी जा रही है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया लेकिन वह किसी कि नहीं सुने।
बता दें कि अनूपपुर जिला अंतर्गत जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत मनोरा गांव की सरपंच एक आदिवासी महिला कुंती सिंह मसराम है जबकि सीईओ जिला पंचायत के द्वारा मुखिया को जूता मारने जैसी बात कहना बेहद निंदनीय और शर्मनाक प्रतीत होती है क्योंकि ग्राम पंचायत की सरपंच एक आदिवासी महिला है और वह ग्राम पंचायत की मुखिया भी है ग्रामीणों ने सीओ की बात सुनकर भारी नाराजगी जाहिर की है।
बहरहाल जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह आहरिया के द्वारा मुखिया को जूता मारने जैसी गाली देने की क्या वजह रही होगी यह तो वही जाने, लेकिन कोई भी वजह इतनी बड़ी नही हो सकती कि इस तरह के शब्दों का उपयोग करना जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को शोभा नहीं देता और खासकर जब आदिवासी महिला गांव की मुखिया हो। देखना होगा आदिवासी समाज इसके लिए क्या रुख अख्तियार करता है।