सीएम शिवराज ने लाड़ली बहनों को घुटनों के बल हाथ जोड़कर किया प्रणाम

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एमपी (संवाद)। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के जंबूरी मैदान में शक्ति स्वरूपा कन्याओं और बहनों का पूजन एवं सम्मान तथा दीप प्रज्ज्वलित कर  ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में ही देवता के पहले देवी का नाम लेने की मान्यता रही है, लेकिन कालांतर में यह बदलाव आया और बेटी से ज्यादा महत्व बेटों को दिया जाने लगा। मेरी इच्छा होती कि कैसे बदलाव लाया जाए। भारत में सदैव से नारियों के प्रति आदर की परंपरा रही है। लक्ष्मीनारायण, राधेश्याम, सीताराम में भी पहले देवी माता का नाम लिया जाता रहा है। अंग्रेजों के शासन में हमारी यह संस्कृति और परंपरा कमज़ोर हुई। मैंने कन्या विवाह योजना की शुरुआत की, जिससे गरीब परिवारों के लिए बेटियां चिंता का विषय न हों, बल्कि खुशी का विषय हों। इसके बाद मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की, जिससे बेटियों को पढ़ने और बढ़ने का अवसर मिले।
सीएम शिवराज ने कहा मेरी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हों, ये मेरे ह्रदय की तड़प थी, इसलिए मैंने लाड़ली बहना योजना बनाई। अब मेरी बहनों को परेशान नहीं होना होगा। जो देश में कभी नहीं हुआ, वो आपके भाई शिवराज ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी किसान सम्मान निधि के 6 हजार रुपए भेजते हैं, तुम्हारा शिवराज 4 हजार रुपए देता है। अब परिवार की बहू और सास को भी मिलेंगे साल के 12-12 हजार रुपए। आपकी समृद्धि से घर खुशहाल होगा।  मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना हमारी बहनों के सशक्तिकरण की योजना है। इस योजना का लाभ मेरी उन सभी बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की वार्षिक आमदनी ढाई लाख से कम और 5 एकड़ से कम जमीन हो। लाड़ली बहना योजना के लिए बहनों को कहीं भागदौड़ करने की जरूरत नहीं है, आपके क्षेत्र में ही शिविर आयोजित होंगे, इसकी जानकारी दी जाएगी।

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एमपी (संवाद)। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के जंबूरी मैदान में शक्ति स्वरूपा कन्याओं और बहनों का पूजन एवं सम्मान तथा दीप प्रज्ज्वलित कर  ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में ही देवता के पहले देवी का नाम लेने की मान्यता रही है, लेकिन कालांतर में यह बदलाव आया और बेटी से ज्यादा महत्व बेटों को दिया जाने लगा। मेरी इच्छा होती कि कैसे बदलाव लाया जाए। भारत में सदैव से नारियों के प्रति आदर की परंपरा रही है। लक्ष्मीनारायण, राधेश्याम, सीताराम में भी पहले देवी माता का नाम लिया जाता रहा है। अंग्रेजों के शासन में हमारी यह संस्कृति और परंपरा कमज़ोर हुई। मैंने कन्या विवाह योजना की शुरुआत की, जिससे गरीब परिवारों के लिए बेटियां चिंता का विषय न हों, बल्कि खुशी का विषय हों। इसके बाद मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की, जिससे बेटियों को पढ़ने और बढ़ने का अवसर मिले।सीएम शिवराज ने कहा मेरी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हों, ये मेरे ह्रदय की तड़प थी, इसलिए मैंने लाड़ली बहना योजना बनाई। अब मेरी बहनों को परेशान नहीं होना होगा। जो देश में कभी नहीं हुआ, वो आपके भाई शिवराज ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी किसान सम्मान निधि के 6 हजार रुपए भेजते हैं, तुम्हारा शिवराज 4 हजार रुपए देता है। अब परिवार की बहू और सास को भी मिलेंगे साल के 12-12 हजार रुपए। आपकी समृद्धि से घर खुशहाल होगा।  मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना हमारी बहनों के सशक्तिकरण की योजना है। इस योजना का लाभ मेरी उन सभी बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की वार्षिक आमदनी ढाई लाख से कम और 5 एकड़ से कम जमीन हो। लाड़ली बहना योजना के लिए बहनों को कहीं भागदौड़ करने की जरूरत नहीं है, आपके क्षेत्र में ही शिविर आयोजित होंगे, इसकी जानकारी दी जाएगी।उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए भी ज्यादा कागजात की जरूरत नहीं है। लाड़ली बहना योजना के आवेदन के फार्म मार्च एवं अप्रैल में भरे जायेंगे और मई में आवेदनों के जांच का काम पूर्ण होगा। जून माह की 10 तारीख से आपके खाते में योजना के पैसे आने लगेंगे। हम लाड़ली बहना सेना बनाएंगे, जो योजना को सुचारू रूप से पूर्ण करने में सहयोग एवं गड़बड़ करने वालों को ठीक करेंगी।-शिवराज सिंह चौहान के फेसबुक वॉल से।
उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए भी ज्यादा कागजात की जरूरत नहीं है। लाड़ली बहना योजना के आवेदन के फार्म मार्च एवं अप्रैल में भरे जायेंगे और मई में आवेदनों के जांच का काम पूर्ण होगा। जून माह की 10 तारीख से आपके खाते में योजना के पैसे आने लगेंगे। हम लाड़ली बहना सेना बनाएंगे, जो योजना को सुचारू रूप से पूर्ण करने में सहयोग एवं गड़बड़ करने वालों को ठीक करेंगी।
-शिवराज सिंह चौहान के फेसबुक वॉल से।
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