उमरिया (संवाद)। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में लटेरी के जंगल मे वनमाफिया (आदिवासियों) से मुठभेड़ में आत्म रक्षात वनकर्मियों ने शासकीय बंदूक से फायर किया था जिसमे एक व्यक्ति की मौत और अन्य लोग घायल हुए थे जिसके बाद उन व्यक्तियों (वनमाफिया) के द्वारा सोची समझी साजिश के तहत पुलिस थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसमें पुलिस के द्वारा बगैर जांच किये वन कर्मचारियों के ऊपर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई थी। जिसके बाद पूरे प्रदेश और वन विभाग में हड़कंप मच गया और पूरे प्रदेश के वन कर्मचारियों के द्वारा एक बार पुनः जांच कराकर FIR निरस्त करने की मांग लगातार की जा रही है। इसी के चलते आज उमरिया जिले में जिले भर के वन कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय में रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है।
वन कर्मचारियों के मुताबिक बीते 9 अगस्त को विदिशा जिले के लटेरी के जंगल मे वहां पदस्थ वन कर्मी अपनी ड्यूटी पर तैनात थे लकड़ी तश्कर, वन माफिया पहुंचे लकड़ी ले जाने लगे जिसके बाद वन कर्मी उन्हें रोकने का प्रयास करने लगे लेकिन वनमाफियाओ के उन पर हमला कर दिया गया और सैकड़ो की तादात में वन माफिया ने उन्हें घेरकर पत्थर सहित अन्य हथियारों से वन कर्मियों पर हमला कर दिया। जिसके जबाव और आत्म रक्षा में वन कर्मियों ने शासकीय बंदूक से उन पर गोली चला दी जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य लोग घायल हुए थे। जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा जिस पुलिस ने बगैर जांच किये और बगैर विभागीय स्वीकृति के वन कर्मियों पर हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया। जो सरासर अन्यायपूर्ण कार्यवाही है।
जिले में पदस्थ वन कर्मचारियों ने यह मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है कि लटेरी में वन कर्मियों के साथ पुलिस की एकतरफा कार्यवाही का वह विरोध करते है और मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल महोदय से मांग करते है कि पूरे मामले की पुनः जांच कराकर पुलिस के द्वारा दर्ज की गई FIR को निरस्त करने की मांग की गई है। इसके पहले भी वन कर्मचारियों ने 15 अगस्त के दिन विरोध प्रदर्शन किया था वहीं वन विभाग के द्वारा उन्हें सुरक्षा के लिहाज से दी गई बंदूक को उनके द्वारा विरोध स्वरूप वरिष्ठ अधिकारियों को लौटा दिया था।