यहां माफियाओं के हौसले चरम पर,पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध,SP ने टीआई सहित 2 पुलिसकर्मियों को किया लाईन अटैच,लगभग 2 दर्जन को किया इधर से उधर

Shahdol (संवाद)। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है की ना तो उन्हें जिला प्रशासन का खौफ रहा और ना ही पुलिस का। तभी तो बीते दिनों रेत का अवैध उत्खनन रोकने गए पटवारी को माफियाओ ने रेत के घाट पर ही ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी। लेकिन अभी इस घटना को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि बीते शनिवार को दो थानों की पुलिस टीम रात में अवैध उत्खनन रोकने गई थी लेकिन माफियाओ ने उन पर भी हमला बोल दिया। हमले में खैरहा थाना प्रभारी सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों को चोट आई है।
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यहां माफियाओं के हौसले चरम पर,पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध,SP ने टीआई सहित 2 पुलिसकर्मियों को किया लाईन अटैच,लगभग 2 दर्जन को किया इधर से उधरयहां माफियाओं के हौसले चरम पर,पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध,SP ने टीआई सहित 2 पुलिसकर्मियों को किया लाईन अटैच,लगभग 2 दर्जन को किया इधर से उधरयहां माफियाओं के हौसले चरम पर,पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध,SP ने टीआई सहित 2 पुलिसकर्मियों को किया लाईन अटैच,लगभग 2 दर्जन को किया इधर से उधरयहां माफियाओं के हौसले चरम पर,पुलिस कर्मियों की भूमिका संदिग्ध,SP ने टीआई सहित 2 पुलिसकर्मियों को किया लाईन अटैच,लगभग 2 दर्जन को किया इधर से उधर
दरअसल जिले में माफियाओं का इस कदर बोलबाला है कि हमने का नाम नहीं ले रहा है बीते कुछ महीनो में शहडोल जिले भर में जिस कदर चाहे रेत हो, कोयला हो या कबाड़ हो सहित तमाम मामलों में शहडोल जिला बहुचर्चित रहा है। ऐसा नहीं की यहां प्रशासन या पुलिस नाम की कोई चीज नहीं है, बल्कि शहडोल संभागीय मुख्यालय है और यहां भी कलेक्टर और एसपी के अलावा कमिश्नर, आईजी और डीआईजी सहित उन तमाम बड़े अधिकारी की तैनाती है जो हर जगह रहती है।
लेकिन माफियाओं के लिए इन तमाम बड़े अधिकारी कुछ खास महत्व नहीं रखते हैं या उनके रहने या नहीं रहने से माफियाओं को कोई फर्क नहीं पड़ता। अन्य तमाम मामलों को लेकर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रतीक कुमार ने जिले भर के पुलिस महकमें बड़ा फेरबदल किया है। पुलिस अधीक्षक ने देवलोंद थाना क्षेत्र में जहां माफिया ने पटवारी की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी वहां बड़ी कार्यवाही की है थाने के थाना प्रभारी सहित दो पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। वही लगभग दो दर्जन पुलिस कर्मियों को इधर से उधर कर दिया गया है।
निश्चित रूप से पुलिस अधीक्षक प्रतीक कुमार के द्वारा पुलिस कर्मियों पर यह कार्यवाही इस बात का अंदेशा जताती है कि कहीं ना कहीं थानों में पदस्थ पुलिसकर्मी माफियाओं से मिले हैं और उन्हीं की सांठ गांठ से जिलेभर में अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं। इसके पहले पुलिस अधीक्षक ने माफियाओं के द्वारा पुलिस टीम पर हमला मामले में सिंहपुर थाने में पदस्थ एक एएसआई और एक प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है।
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