भोपाल/उमरिया (संवाद)। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को ठीक ढंग से महीने भर भी नही हुए थे कि एक बार पुनः प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल बज गया है।इसके लिए बकायदे राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश की 46 नगरीय निकाय चुनाव के लिए घोषणा करते हुए पूरी प्रक्रिया का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जिसमे इसी माह 5 सितंबर से 30 के बीच पूरी चुनावी प्रक्रिया सम्पन्न करा ली जाएगी।
दरअसल प्रदेश में बीते महीने भर पहले सम्पन्न हुए नगरीय निकाय के चुनाव में प्रदेश की 46 नगरपालिका और नगरपरिषद का कार्यकाल पूरा नही होने और मतदाता सूची का काम पूरा नही होने के कारण चुनाव नही हो पाए थे। अब जबकि उन सभी 46 नगरीय निकाय का कार्यकाल पूरा हो चुका है और निर्वाचन आयोग की तरफ से तैयारियां भी पूर्ण की जा चुकी है। ऐसे में शासन की मंशा है कि समय से चुनाव सम्पन्न करा लेना ही उचित है।इसके पहले हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव काफी विलम्ब से हुए थे। जिसमे नगरीय निकाय का कार्यकाल 3 से 4 साल पहले समाप्त हो चुका था। इसी तरह पंचायत चुनाव का भी कार्यकाल 3 साल पूर्व समाप्त हो गया था लेकिन बीच में प्रदेश में 16 महीने की रही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने चुनाव कराने की हिम्मत नही जुटा पाई और इसमें आने वाले खर्च के लिए भी असमर्थता जताते रहे है जिससे प्रदेश की पूरी व्यवस्था बेपटरी हो गई थी और यही मुख्य वजह भी रही है जिसके कारण प्रदेश में समय से चुनावी प्रक्रिया सम्पन्न नही हो पाई थी।
अब जबकि प्रदेश में पुनः भाजपा की शिवराज सरकार सत्तासीन हुई है और सब कुछ धीरे धीरे पटरी में आ गया है। शिवराज सरकार ने पहले समय से ओवर हो चुके नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को एक साथ कराकर एक झटके में सारी समस्या समाप्त कर दी। वहीं अब जैसे ही बाकी नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हुआ है उसके ठीक बाद चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने निर्वाचन आयोग ने घोषणा कर दी है।
प्रदेश में इसी सितंबर माह में होने वाले 46 नगरीय निकाय के चुनाव सम्पन्न कराए जाएंगे जिसमे 5 सितंबर से प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी जिसमें
5 सितंबर से 12 सितंबर तक नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करना,
13 सितंबर को नाम निर्देशन पत्रों की स्कूटनी,
15 सितंबर को नाम निर्देशन पत्र की वापसी और चुनाव चिन्ह का आवंटन,
27 सितंबर को मतदान,
30 सितंबर को मतगणना और परिणामो की घोषणा की जाएगी।